RANCHI: दशम फॉल ओपी एरिया में गुरुवार की रात हुए कत्लेआम मामले में पुलिस जब भ्00 मीटर दूर टुंगरी में छापेमारी करने गई, तो बुधुवा मुंडा वहां से लापता था। पुलिस ने जब उसके घर की तलाशी ली तो पाया कि घर के पिछले हिस्से में एक मच्छरदानी और बिस्तर लगा हुआ है। बिस्तर पर तीन लोगों के सोने की व्यवस्था है। बुधुवा की पत्‍‌नी बुधनी मुंडाईन ने बताया कि बुधुवा गुरुवार दिन में घर पर था। उसने जंगल से एक लोमड़ी का बच्चा भी पकड़ कर लाया था, जिसे उसने खाया और शाम में कहीं निकल गया। फिर रात में वह वापस नहीं लौटा। पुलिस के मुताबिक, बुधुवा अपने सहयोगियों के साथ फरार हो गया था।

खून से सनी चप्पल, चापड़ बरामद

पुलिस ने घटनास्थल से चाकू, नया टार्च, खून से सनी चप्पल तथा चापड़ बरामद किया है। बाद में एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के निर्देश पर फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया। टीम ने वारदात स्थल की बारीकी से जांच की और नमूने एकत्र किए। घटनास्थल पर प्रमुख परमेश्वरी सांडिल, तैमारा की मुखिया प्रियंका देवी, पंसस हीरामणि टूटी भी पहुंची और मामले की जानकारी ली।

क्या कहती हैं जख्मी सोमवारी देवी

दशम फॉल थाना में जख्मी सोम्बारी देवी ने कहा कि उसके पति सागर मुंडा चार भाई हैं। इनमें उनके पति सागर मुंडा की मौत क्7 दिन पहले बीमारी से हो गई थी। बुधन मुंडा की मौत ख्0क्क् में और डिंबा पाहन की मौत रात के हमले में हो गई। अब एक भाई हरि सिंह ही जिंदा हैं, जो गांव में रहते हैं। सोम्बारी देवी का कहना था कि उसके हिस्से की दो-तीन एकड़ जमीन है, जिसे बुधुवा मुंडा हड़पना चाहता है। एक अगस्त को वह बीमार हो गया। इसके बाद टुंगरी से आकर उसने डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए खूब हल्ला-गुल्ला किया।

मेरा तो सब कुछ लुट गया

-80 वर्षीय हरि सिंह मुंडा की बुआ की व्यथा

पास के बड़ोदा गांव से 80 साल की वृद्धा सागर मुंडा की बुआ अपने भतीजे की हत्या की खबर सुनकर रसोल गांव पहुंची थी। वह घर में जहां-तहां खून के धब्बे देख-देख कर बार-बार मुंडारी भाषा में कह रही थी-मेरा तो सब कुछ लूट गया। सब अपने में मर-कट रहे हैं। क्यों ऐसा कर रहे हैं, कोई नहीं जानता। उसके मुताबिक, फ्0 साल पहले भी सागर मुंडा के दादा कोमता मुंडा की हत्या कर दी गई थी। वे गांव में ओझा-गुणी का काम करते थे।