शिया समुदाय चलाएगा मुहिम, दरगाहों और सज्जादानशीन से मिलकर निकालेगा मसले का हल

>BAREILLY: कायनात की सबसे अजीम मखलूक (जीव) महिला है और इस्लाम में उसका बड़ा सम्मान है, लेकिन अफसोस यह है कि तीन तलाक के नाम पर महिलाएं प्रताडि़त हो रही रही हैं। यह कहना है यूनाइटेड शिया मूवमेंट प्रवक्ता समर अब्बास जैदी का। उन्होंने थर्सडे को शास्त्री नगर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तीन तलाक को रोकने के लिए यूनाइटेड शिया मूवमेंट एक मुहिम चलाएगा।

'मसले पर खामोशी ठीक नहीं'

समर अब्बास जैदी ने कहा कि इस मसले पर हमारे उलेमा-ए-दीन की खामोशी और कोई ठोस कदम न उठाना उन पर सवालिया निशान खड़ा करता है। यही वजह है कि राजनीतिक संगठन इस मुद्दे को उछालकर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिशों में जुटे हैं, जो सही नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि तीन तलाक का मसला कुरान और हदीस की रौशनी में सब उलमा बैठकर सुलझाएं। इसलिए यह फैसला लिया गया है कि एक मुहिम चलाकर सभी को प्लेटफॉर्म पर लाकर इसका हल निकाला जाएगा। पति यदि अपनी पत्‍‌नी को तलाक देना चाहता तो पहले उसे शहर काजी या उलमाओं को इसकी वजह बतानी चाहिए। यदि वजह वाजिब हो तभी तलाक हो, वरना समझौता करा दिया जाए।