- पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया

- पत्नी एक साल पहले छोड़कर चले गई थी मायके

- बूढ़ी मां का रो-रोकर बुरा हाल, परिवार में मचा कोहराम

Meerut: पत्नी से तंग आकर शनिवार देर रात डिफेंस कालोनी में एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।

क्या है मामला

मूल रूप से गुवाहाटी के रहने वाले बत्ता बहादुर डिफेंस कालोनी में अपने परिवार के साथ बसपा नेता सुनील वाधवा के मकान में किराए पर रहते है। वह डिफेंस कालोनी में चौकीदारी का काम करता है। उनका बेटा जितेंद्र उम्र फ्क् वर्ष एक प्राइवेट ट्रैवल्स में चालक है। जितेंद्र की शादी करीब दस साल पहले गुवाहटी की रहने वाली मनीषा से हुई थी। शादी के बाद से परिवार में कलेश रहने लगा था। जिसके चलते युवती पिछले साल दशहरे पर मनीषा जितेंद्र को छोड़कर चली गई थी। जिसके बाद से जितेंद्र परेशान था। मां शांति ने बताया कि जितेंद्र ने मनीषा से शुक्रवार को बात की थी। तब दोनों में कुछ ऐसी बात हुई जिसके कारण जितेंद्र घर में चुप-चुप रहने लगा। उसने इस बात का जिक्र परिवार में किसी से भी नहीं किया।

जब निकली मां की चीख

शनिवार रात को जितेंद्र के पिता बहादुर काम पर निकल गए थे। मां शांति और जितेंद्र कमरे में सो रहे थे। इसी दौरान लाइट चली गई तो मां बाहर बरामदे में आकर सो गई। इस दौरान जितेंद्र कमरे में ही रहा, देर रात लाइट आने पर जब शांति कमरे में सोने के लिए गई तो देखा बेटा पंखे पर लटका हुआ है। इस दौरान मां की चीख निकल गई और इस बारे में जानकारी आसपास रहने वाले लोगों को दी। सूचना पर पहुंची लालकुर्ती पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी हासिल की। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को पुलिस ने शव सौंप दिया।

पापा मेरा क्या कसूर था

जितेंद्र के दो बेटी हैं। प्रियंका उम्र आठ और दीपिका की उम्र पांच साल की है। बड़ी बेटी अपनी मां मनीषा के साथ गुवाहाटी में रहती है, जबकि छोटी बेटी अपने पापा और दादी के पास रहती है। बेटी अपने पापा से पूछ रही थी पापा मेरा क्या कसूर था जो आपने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।