-टीटीएफ फाउंडेशन की ओर से चलने वाली पाठशाला में बच्चों की संख्याओं में हुआ तेजी से इजाफा

- बनारस दौरे पर आये पीएम मोदी ने इन बच्चों से मिलकर आगे बढ़ने की दी थी सीख

-भारत माता मंदिर में चलती है फाउंडेशन की ओर से नि:शुल्क पाठशाला

VARANASI

काशी में अपना 68वां जन्मदिन मलिन बस्ती के बच्चों के साथ मनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये पहल अन्य बच्चों को बूस्ट दे गया। हालत ये है कि अब तक पढ़ाई लिखाई से दूर बस्ती के दूसरे बच्चे भी पढ़ने के लिए आगे आ रहे हैं। टीटीएफ फाउंडेशन की ओर से लगने वाले नि:शुल्क पाठशाला में इन बच्चों की संख्याओं में तेजी से इजाफा हुआ है। उन बच्चों को मलाल है जो फाउंडेशन की ओर से कभी शिक्षा ग्रहण करते थे लेकिन बीच में पढ़ाई छोड़ चुके थे, ऐसे बच्चे भी अब रोजाना क्लास में पहुंच रहे हैं। उन्हें यकीन है कि 'यदि पढे़ंगे तो पीएम सर से जरूर मिलेंगे'। यही वजह है कि भारत माता मंदिर में शाम को चार बजे से चलने वाले फ्री क्लास में गरीब व मलिन बस्ती के बच्चों की संख्या सौ पार कर चुकी है। छित्तूपुर, लल्लापुरा और मलदहिया स्थित मलिन बस्ती से बच्चों की टोलियां भारत माता मंदिर में रोजाना शाम को पहुंच रही है।

बदल गया है माहौल

फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य यजत द्विवेदी की मानें तो बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा चार-पांच साल पूर्व ही उठाया गया था। यह सोच कर नहीं कि हमें कोई आर्थिक लाभ होगा। बल्कि यह सोच कर स्थापना की गई कि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़कर उनका भविष्य संवारना था। शुरू में तो बस्ती के लोगों को यह नागवार गुजरता था लेकिन धीरे-धीरे लोग समझने लगे। अब तो हालत यह हो गई है कि जो लोग बुरा-भला, रोक-टोक करते थे आज वही लोग बच्चों को पढ़ने के लिए छोड़ जा रहे हैं। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही देन है।

फाउंडेशन में नई ऊर्जा का संचार

पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस प्रवास के दौरान किसी एनजीओ से पर्सनली मुलाकात की तो वह ट्राई टू फाइट फाउंडेशन के छात्र-छात्राओं से। काशी विद्यापीठ मास कॉम स्टूडेंट्स की बनाई हुई फाउंडेशन की पीएम ने खूब प्रशंसा की। अपने जन्मदिन के मौके पर डीरेका में मुलाकात करते हुए पीएम ने स्टूडेंट्स को यकीन दिलाया कि ऐसे गरीब बच्चों को पढ़ाएं और कोई बाधा आती है तो जरूरत पड़ने पर सीधे सम्पर्क करें। पीएम के इतना मात्र कहने भर से ही फाउंडेशन में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। फाउंडर यजत द्विवेदी, वैभव मिश्र, रंजीत रंजन, अवनीश, शुभम की देन है कि अब तक पांच सौ से अधिक बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़ गये हैं।

पेंटिंग, क्राफ्ट में भी बच्चे हो रहे दक्ष

पीएम मोदी जब इन 68 बच्चों से मिले तो बच्चों ने अंग्रेजी में कविताएं सुनाई तो उसके बाद गिफ्ट में अपने हाथों से बनाई हुई पेटिंग, क्राफ्ट आदि भी भेंट किया। सभी बच्चों का गिफ्ट देख पीएम अभिभूत थे। गिफ्ट इतना पसंद आया कि उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया बल्कि अपने साथ ले गए। गीत-संगीत और नृत्य, अभिनय करके भी बच्चों ने पीएम का ध्यान खींचा था।