तुर्की के उप प्रधानमंत्री ने कहा कि  सीरिया सेना का एक हेलिकॉप्टर हवाई सीमा का अतिक्रमण कर उनकी सीमा में दो किलोमीटर तक आ गया था.

उप प्रधानमंत्री ने बताया कि हेलिकॉप्टर को बार-बार चेतावनी भी दी गई थी. लेकिन चेतावनी की अनदेखी करने पर उसपर  मिसाइल से हमला कर उसे गिरा दिया गया.

विद्रोहियों का सुराग

"तुर्की की ओर ले जल्दबाजी में उठाया गया यह क़दम दिखाता है कि तुर्की सरकार का असली मकसद सीमा पर स्थिति को ख़राब करना था"

-सीरिया की सेना

इस घटना की निंदा करते हुए सीरिया ने कहा है कि उसका हेलिकॉप्टर विद्रोहियों की टोह लेने के काम पर लगा था.

उसका कहना है कि ग़लती से हेलिकॉप्टर तुर्की की हवाई सीमा में कुछ दूर तक चला गया था.

सीरिया की सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तुर्की की ओर से जल्दबाज़ी में उठाया गया क़दम दिखाता है कि तुर्की सरकार का असली मक़सद सीमा पर स्थिति को ख़राब करना था.

इस बीच कुछ अपुष्ट सूत्रों ने कहा है कि हेलिकॉप्टर का पायलट बच गया. सीरियाई एक्टिविस्टों का कहना है कि हेलिकॉप्टर विद्रोहियों की पकड़ वाले इलाक़े लटाकिया प्रांत में विस्फोटक गिरा रहा था.

सीरिया में साल 2011 से राष्ट्रपति बशर अल-असद के ख़िलाफ़ आंदोलन चल रहा है. विद्रोही उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं.

इस लड़ाई में अब तक वहाँ एख लाख से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है.

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