LUCKNOW: कई फिल्मों और सीरियल्स में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके इकबाल खान को लखनऊ की तमीज और तहजीब बेहद पसंद है। उनको लखनऊ आना काफी पसंद है और यहां का खान पान भी। उसमें भी सबसे लजीज उनको यहां की कुल्चे नहारी लगती है। उनका मानना है कि फिल्म और टेलीविजन की ऑडियंस में काफी फर्क है। पेश है पहुंचे इकबाल से खास बातचीत।

अपने कैरेक्टर को जीता हूं

एक्टर इकबाल ने बताया कि ऐसा कोई खास कैरेक्टर नहीं है जो वो करना चाहे किसी के निभाये हुए किरदार को करने में कोई दिलचस्पी नही है। मैं अपने किरदार को ऐसे निभाना चाहता हूं कि लोग उस किरदार को करना चाहे। इकबाल ने बताया कि टेलीविजन और फिल्म की ऑडियंस काफी अलग है। टेलीविजन के दर्शक काफी सेफ चीजें देखना पसंद करते हैं। फिल्मों में ऐसा नहीं है उसका वर्ग अलग है। टेलीविजन पर हम ज्यादा बदलाव नहीं कर सकते है।

लड़कियों को मिले बराबरी का हक

इकबाल ने कहा कि मेरी चार साल की बेटी है जब वो पैदा हुई थी तो मुझसे मेरी पड़ोसन ने कहा कि मुबारक हो अगली बार लड़का ही होगा। ऐसी सोच है लोगों की। मेरे हिसाब से दस प्रतिशत लोग ही है जो लड़कियों को बराबरी का दर्जा देते है। ये एक सच्चाई है जिसको न चाहते हुए हमें स्वीकार करना ही पड़ेगा।

कृष्णा सबसे बेस्ट : आरती

टीवी एक्ट्रेस आरती सिंह ने कहा कि कॉमेडी में कृष्णा सुपरस्टार हैं और उसका किसी से मुकाबला नहीं है। कपिल और कृष्णा में सिर्फ पर्दे पर ही मुकाबला है। उनके बीच कोई निजी लड़ाई नहीं है। उन्होंने कहा कि कृष्णा आज जिस मुकाम पर है वहां से हर कोई उसे नीचे गिराना चाहता है, मगर वो बेहद ही मेहनती है और उसकी मेहनत अभी उसे और ऊपर तक ले जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी कलाकार को प्रोडक्शन हाउस से झगड़ा नहीं करना चाहिये बल्कि उनका शुक्रगुजार होना चाहिये क्योंकि आजकल कलाकार को काम नहीं मिलता और अगर मिल गया है तो प्रोडक्शन के कहे पर ही काम करना चाहिये न कि उससे झगड़ा करना चाहिये। आरती ने कहा कि वो खुद को अभी भी एक स्ट्रगलर के रूप में देखती हैं। मैं अपने पेशे के साथ कभी झूठ नहीं बोलती और कुछ ऐसा नहीं करूंगी जिससे कि मुझे इंडस्ट्री में शर्मिन्दा न होना पड़े।