- टीवी एक्टर सिद्धार्थ अरोड़ा ने लखनऊ से जुड़ी पुरानी यादों को किया ताजा

LUCKNOW: यूपी वालों के लिए तो लखनऊ ही मुंबई है। मैं स्टूडेंट लाइफ में जब बनारस से एग्जाम देकर लखनऊ आता था तो दोस्तों के साथ जमकर मस्ती करता था। लखनऊ में उस वक्त मॉल और वाटर पार्क का कल्चर था, जबकि प्रदेश के दूसरे शहरों में इतनी आधुनिक सुविधा नहीं होती थी। लखनऊ से जुड़ी इन पुरानी यादों को याद किया टीवी स्टार सिद्धार्थ अरोड़ा ने। वह संडे को लखनऊ में एक प्रोग्राम में शिरकत करने आए थे।

भगवान से मुंबई का प्लेसमेंट मांगा

बिजनेस मैनेजमेंट से टीवी इंड्रस्टी का सफर तय करने वाले सिद्धार्थ मूलरूप से बनारस के रहने वाले हैं। फादर के बिजनेस को ज्वाइन न करके उन्होंने एक्टिंग का रास्ता चुना। सिद्धार्थ कहते हैं कि एमबीए करने के बाद कॉलेज में जब प्लेसमेंट हो रहा था तो मैं भगवान से मुंबई मांगा था। ताकि मेरे एक्टिंग का शौक भी पूरा हो जाए। 2010 में मुंबई में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम किया। जॉब छोड़ने के बाद जब एक्टिंग शुरू की तो उस समय बहुत नर्वस था। मैंने रिस्क लिया था। नया होने के साथ-साथ कोई बैक ग्राउंड भी नहीं था कि मुझे आसानी से काम मिल जाए।

टीवी एक्टिंग बड़ा चैलेंज है

सिद्धार्थ का कहना है कि टीवी एक्टिंग एक कलाकार के लिए बड़ा चैलेंज होता है। क्योंकि कलाकार को एपिसोड शूट होने के चंद मिनट पहले ही स्क्रिप्ट मिलती है। उसे स्क्रिप्ट रटने का समय नहीं मिलता है। जबकि थियेटर और फिल्म में स्क्रिप्ट पहले से मिल जाती है। उसे पढ़ने के लिए पूरा टाइम मिलता है, लेकिन टीवी सीरियल की शूटिंग में ऐसा नहीं होता है। दस मिनट के भीतर अपने अभिनय के जरिए किरदार को साबित करने का मौका मिलता है।

थियेटर से पुराना नाता है

सिद्धार्थ बताते हैं कि थियेटर से उनका पुराना नाता है। केवल बनारस ही नहीं, बल्कि दिल्ली, मुंबई में भी थियेटर करते हैं। लखनऊ से भी थियेटर से उनका जुड़ाव रहा है। लखनऊ और लखनऊ के कलाकारों के साथ भी कई नाटक किए हैं। सिद्धार्थ का कहना है कि अन्नू कपूर की एक लाइन उन्हें हमेशा याद दिलाती है कि फिल्म आदमी को बड़ा बनाता है, टीवी आदमी की छोटी पहचान दिलाती है और थियेटर इंसान को इंसान दिखाता है।