महिला का स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में चल रहा था इलाज

ALLAHABAD: स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही एक महिला के लिए आईजी रमित शर्मा की ट्वीट ने जान बचा दी। गाजीपुर की रहने वाली गायत्री पत्नी शिवानंद लिवर संबंधी बीमारी से ग्रस्त है। वह स्वरूपरानी हॉस्पिटल में अपना इलाज करा रही है। शुक्रवार की शाम अचानक से महिला की तबीयत खराब हो गई। डॉक्टर्स ने एबी पॉजिटिव खून चढ़ाने की बात की। काफी जगह एबी पॉजिटिव खून की तलाश करने के बाद भी तीमारदारों को सफलता नहीं मिली। इस दौरान किसी परिचित ने खून की जरूरत पर ट्वीट किया।

आईजी तक पहुंचा ट्वीट

महिला के परिचित की तरफ से किया गया ट्वीट को मुम्बई की एक संस्था के ट्विटर हैंडल ब्लड डोनर्स इंडिया के जरिए आईजी रेंज तक पहुंचा। उस समय आईजी रेंज रमित शर्मा प्रतापगढ़ में हुए दोहरे हत्याकांड की जांच करने लौट रहे थे। ट्वीट देखते ही आईजी रेंज ने सिपाही आशीष मिश्रा के ट्विटर हैंडल पुलिस मित्र पर टैग करते हुए सिपाही को फोन पर जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने जल्द से जल्द खून उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। आशीष के संपर्क में पुलिस मित्र से जुड़े चाका निवासी संतोष तिवारी ने रक्तदान करने की बात कही। इसके बाद आशीष, संतोष को लेकर ब्लड बैंक पहुंचे और खून का इंतजाम करके पीडि़त महिला मरीज के लिए उपलब्ध कराया। जिससे मरीज की जान बच गई। महिला के परिजनों ने आईजी रेंज के त्वरित कार्रवाई को सराहनीय कदम बताते हुए उनकी तारीफ की।