॥नर््ढ्ढक्कक्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: तमिलनाडु में साबुन फैक्ट्री में मजदूरी करने महुआ से गए 30 लोगों में 27 लोगों को वहां बंधक बना लिया गया है। इन लोगों को छोड़ने के लिए इनके परिजनों से पांच लाख रुपये की मांग की जा रही है। परिजनों ने महुआ एसडीपीओ से सभी मजदूरों को मुक्त कराने की गुहार लगाई है। पुलिस मजदूरों को बंधक बनाने वालों का पता कर रही है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इन्हें क्यों बंधक बनाया गया है।

तीन ने भागकर दी जानकारी

जानकारी के अनुसार तमिलनाडु की एक साबुन फैक्ट्री में मजदूरी दिलाने 30 लोगों को बखरी दोआ निवासी पवन सहनी अपने साथ ले गया था। उसके साथ गए महुआ अनुमंडल क्षेत्र के कटहरा ओपी के बखरी दोआ गांव से 17 युवक भोला कुमार, राज कुमार, जितेंद्र कुमार, शंभु कुमार, मुकेश कुमार, देव लाल कुमार, रणवीर कुमार, राजा कुमार, राकेश कुमार, अविनाश साहनी, पवन सहनी, इंद्रजीत सहनी, मुकेश सहनी, अरुण कुमार जब सेलम स्टेशन पहुंचे तो वहां कुछ लोगों ने सभी को बंधक बना लिया। उनमें से तीन युवक किसी तरह भागने में सफल रहे। इन लोगों ने इसकी सूचना अपने घर वालों को दी।

प्रशासन से लगाई गुहार

सूचना मिलते ही मजदूारों के घरों में कोहराम मच गया। युवकों के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। मजदूरों की जान की सुरक्षा को लेकर पीडि़त परिवारों के सदस्य थाने से लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से मिलकर गुहार लगा रहे हैं। बुधवार को पीडि़त परिवार के लोगों ने एसडीपीओ मालती कुमारी से मुलाकात की तथा बंधकों को मुक्त कराने की गुहार लगाई। एसडीपीओ ने परिजनों को उचित कदम उठाने का आश्वासन देते हुए वरीय अधिकारी को अवगत कराया है।