आई स्पेशल

-सुबह-शाम बिजली कटौती से नहीं हो पा रही श्राद्ध पूजन की तैयारी

-पितृ पक्ष में शहरवासियों को नहीं मयस्सर बिजली और नहाने का पानी

Meerut। पितृ पक्ष के चलते विधि विधान से की जाने वाली श्रद्धा पूजा में बिजली कटौती ने बड़ी समस्या खड़ी कर दी है। श्राद्ध पूजन के समय जब शहरवासियों को बिजली व पानी की परम आवश्यक्ता होती है। उस समय की जा रही बिजली कटौती ने लोगों को भारी परेशानी में डाल दिया है। आलम यह है कि बिजली कटौती से पानी बंद होने से लोगों को नहाने तक का पानी मयस्सर नहीं हो पा रहा है।

श्राद्ध पूजन में विघ्न बनी बिजली

अश्विन मास में सर्दियों की शुरुआत के ऐन पहले लोग श्राद्ध पूजन के रूप में अपने पितृों को मनाते हैं। सुबह सवेरे होने वाली पितृ पूजा के लिए सबसे अधिक आवश्यक्ता बिजली-पानी की होती है। पूजन के लिए सुबह जहां गृहणियों को रसौई के कामों में ताजे की पानी जरूरत होती है, वहीं पुरुषों को स्नान कर विधि विधान से पूजन कार्य संपन्न करना होता है। लेकिन इस समय बिजली गुल होने से लोगों के सामने संकट खड़ा हो रहा है। दरअसल, बिजली गुल होते ही पानी चला जाता है, जिससे रोजमर्रा के जरूरी कार्यो में विघ्न आ जाती है। अब जबकि पूजा पाठ कर जब नौकरी पेशा लोगों को काम लिए निकलना होता है। ऐसे में पानी की बाट जोहते-जोहते उनको कार्य स्थल तक पहुंचने में देरी हो जाती है।

पूजा में विघ्न गलत

पंडितों की मानें तो श्राद्ध पूजन के लिए सुबह का समय नियत होता है। ऐसे में पूजा के बाद ही घर के लोगों को भोजन करना होता है। लेकिन सुबह के समय पानी न आने से न केवल समय पर भोजन तैयार हो पाता है, बल्कि समय पर स्नान न होने से श्राद्ध पूजन में भी देरी होती है। पंडित चिंतामणी जोशी की मानें तो पितृ पूजन विधि विधान से होना आवश्यक होता है। ऐसे में पूजन में देरी होना, पूजा में विघ्न माना जाता है। ऐसा होने पर पितृ अशांत हो जाते हैं, जो परिजनों के लिए लिए अच्छा नहीं होता।

क्या कहते हैं लोग --

सुबह के समय बिजली न आने से पानी चला जाता है। बिना पानी के नहाने की समस्या खड़ी हो जाती है। वहीं दूसरी और श्राद्ध पूजन में हो रही देरी से पितृ अशांति का डर बना रहता है।

कृष्णकांत, यादव कालोनी

सुबह के समय बिजली न आने से सबसे बड़ी समस्या पानी की होती है। इससे घर की सफाई नहीं हो पाती। गंदे घर में श्राद्ध पूजन नहीं किया जाता सकता।

दीपा शर्मा, गृहणी अजंता कॉलोनी

पितृ पक्ष में श्राद्ध पूजा के बाद ही घर से निकलना होता है। ऐसे में दोनों का कामों के जल्दी रहती है। पानी न आने से दोनों कार्यो में देरी हो जाती है।

कृष्ण मोहन शर्मा, अजंता कालोनी

सुबह के समय पानी की सबसे अधिक आवश्यक्ता होती है। स्कूल के लिए बच्चों को तैयार करना होता है तो रसाई कार्य के लिए भी पानी की आवश्यक्ता होती है। बिजली न आने से परेशानी होती है।

गरीमा शर्मा, गृहणी गंगानगर

सुबह के समय घर में बिजली और पानी का होना बेहद जरूरी है। बिजली जाने से पूरा खेल बिगड़ जाता है। सबसे बड़ी समस्या पानी न आने से होती है।

-करुणेश शर्मा, शास्त्रीनगर

मेंटीनेंस कार्यो के चलते तो कभी पीक आवर्स में बिजली की अधिक खपत समस्या खड़ी कर देती है। ऐसे में कभी-कभी इमरजेंसी रोस्टिंग करनी पड़ती है।

-आरके राणा, एसई अर्बन मेरठ