RANCHI: गुरुवार को कचहरी चौक स्थित होटल राज रेजिडेंसी में ¨रग सेरेमनी पार्टी के दौरान आपसी विवाद में कांट्रेक्टर मुकेश पांडेय की हत्या मामले में शुक्रवार की रात आरोपी डॉ सचिन व एक अन्य बबन ने कोतवाली थाने में सरेंडर कर दिया। दोनों आरोपियों को सदर अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद जेल भेज दिया गया। मामले में मृतक मुकेश पांडेय के दोस्त शोभित रंजन ने तीन डॉक्टरों समेत आठ लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

शनिवार को शोभित का बयान

मृतक मुकेश पांडेय के दोस्त शोभित रंजन ने शनिवार को बयान दिया है कि मैंने अपने दोस्त कुणाल व विशाल को अर्श होटल आने के लिए कहा था। वे लोग बोले कि एक-दो घंटे में आते हैं। दिन के करीब क्0.फ्0 बजे मैं, रवि, सुमित लाल, मनीष मोहन व कुंदन अर्श होटल पहुंचे। वहां देखा कि मुकेश हिलाने-डुलाने पर भी कोई रिस्पांस नहीं दे रहा है। तब मैंने सभी की सलाह पर उसे अपनी गाड़ी से लेकर सिटी हॉस्पिटल पहुंचा, जहां नीचे के वार्ड ब्वॉय ने कहा कि रिम्स लेकर जाइए, यह जीवित नहीं है। इसके बाद मैं मुकेश पांडेय को लेकर थाना पहुंच गया। यहां से पुलिस बल को लेकर रिम्स पहुंचा, जहां डॉक्टर द्वारा बताया गया कि मेरे दोस्त मुकेश पांडेय की मृत्यु हो ग‌ई्र है। शोभित ने बयान दिया कि मुकेश पांडेय की मृत्यु डॉ मुकेश से हुए झगड़ा व मारपीट के कारण चोट लगने से हुई है।

क्या है प्राथमिकी में

शुक्रवार को शोभित रंजन ने सिटी अस्पताल के संचालक डॉ। मुकेश, जूनियर डॉ। सचिन सिंह, चुटिया के डॉ। अरुण देव, पिस्का मोड़ निवासी पप्पू व रॉबर्ट समेत आठ लोगों के खिलाफ कोतवाली थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। कहा था कि वे लोग सुमित, मनीष मोहन के साथ रजरप्पा गए थे, फिर रातू रोड के अर्श रेजिडेंसी में फ्रेश होकर राज रेजिडेंसी में चल रही मिथिलेश यादव की पार्टी में चले गए। वहां डीजे डांस में बेल्ट लहराने को लेकर क्ख् से क्भ् लोगों ने मुकेश पांडेय के साथ मारपीट कर दी। इसके बाद उसे अर्श रेजिडेंसी ले जाया गया, जहां उसे सुला दिया गया। सुबह उसे हिलाया-डुलाया गया तो उसने कोई हरकत नहीं की। उसने आरोप लगाया था कि रॉबर्ट, डॉ मुकेश, डॉ सचिन, डॉ अरुण देव, पप्पू व बबन ने उसके दोस्त मुकेश पांडेय को जमकर पीटा। इसी वजह से उसकी मौत हो गई।