छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : हाइवे के बड़े होटलों में बच्चों के हाथों बर्तन धुलवाये जा रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने हाईवे के ऐसे ही एक होटल में छापेमारी कर बाल मजदूरों से काम कराने का मामला पकड़ा। इस क्रम में दो बाल मजदूरों को छापेमारी दल ने पकड़ा, जबकि दो बच्चे चकमा देकर भाग निकले। दोनों बाल मजदूर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिलांतर्गत बराहबाजार थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। छापेमारी का नेतृत्व चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के चेयरमैन महाबीर महतो ने किया। इसमें चाइल्ड लाइन (पूर्वी सिंहभूम) के अजय कुमार सिंह व श्रम विभाग के एलईओ राकेश कुमार शामिल थे।

कानूनी कार्रवाई होगी

छापेमारे में जिन दो बाल मजदूरों को मौके से पकड़ा गया, उन दोनों की उम्र 13 साल से कम है। चांडिल स्थित इस होटल के मालिक पर श्रम विभाग की ओर से कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दोनों बच्चों की काउंसिलिंग अब जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संतोष ठाकुर व चाइल्ड लाइन की टीम करेगी।

ठेका कर्मी की तबीयत में सुधार

टाटा ब्लूस्कोप में बीते गुरुवार को काम के दौरान घायल हुए ठेका मजदूर अभिषेक कुमार की हालत में सुधार है। अभिषेक का इलाज टीएमएच के बाद अब कोलकाता के सीएमआरआइ हॉस्पिटल में हो रहा है। उसके दाहिने पैर (जांघ के अंदर) की जो नस कट गई थी, उसे जोड़ दिया गया है। खून का संचरण शुरू हो गया है। जांघ के उपर कटे मांस की सिलाई की गई है तो टूटी हुई हड्डी भी जोड़ी गई है। अभिषेक के परिजनों के साथ टाटा ब्लूस्कोप प्रबंधन के निशिकांत सिंह समेत अन्य संपर्क में हैं। जानकारी हो कि गुरुवार को मशीन की चपेट में आने से अभिषेक बुरी तरह घायल हो गया था।