-होलागढ़ गए थे जागरण में हिस्सा लेने, भोर में हुआ हादसा

-एक्सीडेंट करने वाली गाड़ी के बारे में कुछ पता नहीं

ALLAHABAD: रोड एक्सीडेंट में कमी लाने के लिए ट्रैफिक मंथ के मद्देनजर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं लेकिन इसका कोई खास असर होता नहीं दिख रहा। सिर्फ दो दिन में ही रोड एक्सीडेंट में चार युवकों की मौत हो गई। शुक्रवार रात रीवा रोड पर दो बाइकों की भिड़ंत में दो युवकों की मौत हो गई तो शनिवार भोर में बाइक सवार दो दोस्तों को किसी अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। सुबह लोगों ने सड़क पर दो लाशें देखी तो पुलिस को खबर दी। जेब में देवी जागरण के इन्वीटेशन कार्ड से युवकों की पहचान हुई। दोनों युवक ज्वैलरी बनाने का काम करते थे और होलागढ़ में देवी जागरण में हिस्सा लेने गए थे। दोनों की जान लेने वाली गाड़ी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

एक ही बाइक से गए थे दोनों

रोड एक्सीडेंट में जान अतरसुइया पुलिस स्टेशन एरिया के खुशहाल पर्वत के रहने वाले रामचंद्र के बेटे दिलीप सावंत (30) व अतरसुइया के ही चौक गंगादास के श्यामबाबू वर्मा के बेटे रवि वर्मा (28) ने गंवाई। श्याम बाबू चौक में एक साड़ी की दुकान में काम करते हैं। दिलीप चौक एरिया में ही आभूषण की दुकान पर काम करता था। इसी मार्केट में रवि वर्मा की भी सोने चांदी के जेवर बनाने की दुकान है। दोनों में दोस्ती काफी गहरी हो गई थी। मीरगंज में ही चाय की दुकान चलाने वाले होलागढ़ के रहने वाले एक युवक के घर पर शुक्रवार रात देवी जागरण था। दिनेश व रवि एक ही बाइक से प्रोग्राम में शामिल होने के लिए रात में रवाना हुए। दोनों शनिवार भोर में ही बाइक से लौट रहे थे तो हादसे के शिकार हो गए। बाइक को रवि चला रहा था। बाइक रवि के किसी दोस्त की थी।

ट्रक से एक्सीडेंट की आशंका

आशंका है कि एक्सीडेंट आमने सामने से व ट्रक से हुआ। बाइक का अगला हिस्सा बुरी तरह से डैमेज हो गया था। दिलीप की मौत सिर की चोट से हुई तथा रवि वर्मा के पेट के ऊपर से गाड़ी गुजर गई थी। दोनों की स्पॉट पर ही मौत हो गई थी। दिलीप तीन भाइयों में सबसे छोटा था। फैमिली में पिता रामचंद्र, मां विमला व दो भाई परशुराम तथा गणेश हैं। रवि वर्मा तीन बहन व दो भाइयों में सबसे बड़ा था। फैमिली में वाइफ चंदा, भाई अतुल व बहन गुंजन, जया व हिना हैं। उसकी शादी मई 2012 में हुई थी। चंदा सात माह की गर्भवती है।

आने वाली थीं खुशियां, अब मातम

रवि के घर में नए मेहमान के आने की तैयारियां चल रही थीं लेकिन अब वहां मातम का माहौल है। फैमिली के लोगों को सुबह पुलिस से ही एक्सीडेंट की सूचना मिली। कोई विश्वास ही नहीं कर पाया कि रवि अब उनके बीच नहीं रहा। दिलीप की फैमिली का भी कुछ ऐसा ही हाल था। दिलीप घर में सबसे छोटा था और सबका दुलारा भी।

रोज हो रहे हादसे

ट्रैफिक मंथ के मद्देनजर पुलिस अवेयरनेस प्रोग्राम चला रही है। हर चौराहे पर चेकिंग चल रही है और रैली निकाली जा रही है तथा लाउडस्पीकर पर एनाउंसमेंट हो रहा है लेकिन हादसों में कमी नहीं आ रही है। रोज एक्सीडेंट हो रहे हैं और लोग हाथ पांव तुड़वा रहे तथा जान गंवा रहे हैं। नवंबर में ही अब तक डेढ़ दर्जन से अधिक हादसे हो चुके हैं। हादसों में अब तक आठ लोगों की जान जा चुकी है जबकि एक दर्जन से अधिक गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। घायलों का इलाज सिटी के हॉस्पिटल्स में चल रहा है।

- 13 नवंबर को रीवा रोड पर इदरातगंज रेलवे स्टेशन के पास एक्सीडेंट में राजा आदिवासी व दिनेश की मौत

- 13 नवंबर को फाफामऊ चौराहे पर ट्रक ने रोड पार कर रहे माली अमृतलाल पुष्पाकर को रौंदा

- 12 नवंबर को चौफटका के पास भदोही के औराई थाने में तैनात सिपाही शिवलाल मिश्र घायल, हालत सीरियस