-दोनों मामले पहुंचे थाने, झारखंड की लड़की से शादी कर दिया धोखा, पहुंची महिला थाना

-लड़की ने दिखाई साहस-घर छोड़कर गई प्रेमी के घर, शादी रचाकर पहुंचे गर्दनीबाग थाना

PATNA: राजधानी के दो थानों में शादी को लेकर दो मामले पहुंचे। एक महिला थाना तो दूसरा गर्दनीबाग थाना। दोनों में शादी के अलग अलग रंग दिखा। एक में धोखा था, तो दूसरे में उतना ही विश्वास। एक ने साथ छोड़ा तो दूसरे ने प्यार के लिए हर गम अपना लिया। जी हां, सुबह से ही महिला थाने में झारखंड की रहने वाली सीमा (काल्पनिक नामम) बैठी थी, जो अपने प्रेमी की तलाश में पहले तो उसके कॉलेज गई, फिर बाद में महिला थाने का रुख किया। झारखंड के सरायकेला की रहने वाली इस लड़की से दो महीने पहले जहानाबाद के सत्यानंद नाम के लड़के प्यार के बाद शादी किया था।

फोन कर लिया स्वीच ऑफ

पटना के महावीर मंदिर में दोनों ने एक-दूसरे को स्वीकार किया और लड़का उसे अपनी बुआ के घर लेकर चला गया। मगर नौ अप्रैल के बाद वहां से भी वह निकल गया और मोबाइल फोन भी स्वीच ऑफ कर लिया है। अब यह लड़की फंस चुकी थी। लड़के की बुआ ने भी अपना दामन छुड़ा लिया। आखिरकार वह गुरुवार को लड़के की तलाश बीएन कॉलेज गई। लड़का वहीं पढ़ता है, पर वहां से एक युवक ने उसे महिला थाने जाने की सलाह दी। लड़की ने पुलिस को बताया कि एक साल पहले उससे फोन पर बातचीत शुरू हुई थी, जिसके बाद प्यार हो गया था और दो महीने पहले उसने पटना बुलाया जिसके बाद शादी रचाई थी। महिला थाने की पुलिस उस लड़के की खोज में लग गई है।

दस साल का प्यार, अंजाम तक पहुंचा

दूसरी कहानी उमेश (277) और निधि (23फ्) की है। पिछले दस सालों से वे एक-दूसरे से बेइंतहा प्यार करते थे, मगर निधि के घरवालों के विरोध के कारण एक नहीं हो पा रहे थे। उमेश से कोई रिलेशन न रखने को लेकर उसकी कई बार पिटाई की गई। बुधवार को भी ऐसा ही हुआ निधि को घरवालों ने मार पिटाई की। एक ही एरिया के रहने वाले है सो निधि घर छोड़कर उमेश के पास पहुंच गई। उमेश के घरवालों ने उसे रख लिया। फिर क्या था, दोनों परिवारों में फिल्मी स्टाइल में तनातनी शुरू हुई। लेकिन इस बार निधि और उमेश ने उनके आगे झुकने से इंकार कर दिया और गुरुवार को माणिकचंद तालाब के पास वाले मंदिर में शादी रचा ली।

दोनों बालिग, एक ही जाति से

मंदिर से सीधे गर्दनीबाग थाने पहुंच गए। थानाध्यक्ष बीके चौहान को दास्तां सुनाई और अपने बालिग होने की जानकारी दी। उमेश न्यू दमडि़या का रहने वाला है और बिजनेस करता है, वहीं निधि उसकी इलाके में क्वार्टर नम्बर क्म् में रहती है और ग्रेजुएट है। देर शाम तक पूरा थाना भी इन लोगों के घरवालों को समझाने में लगा था, बालिग है और एक ही जाति से हैं, तो क्या आपत्ति? दूसरी ओर, उमेश ने कहा कि अगर आज भी निधि ने हिम्मत न दिखाई होती, तो हर बार की तरह इस बार भी मारपीट होकर बात दब जाती और एक नहीं हो पाते। मैंने भी इस बार उसका साथ न छोड़ने की सोच ली थी।