ष्ट॥न्ढ्ढक्चन्स्न् : विधानसभा चुनाव को लेकर सारंडा की निगरानी कर रही सीआरपीएफ को दूसरे चरण के मतदान से ठीक चार दिन पहले नक्सलियों के खिलाफ एक और सफलता हाथ लगी है। सीआरपीएफ 197 बटालियन के जवानों ने शुक्रवार को दोपहर 12.50 बजे सारंडा जंगल के बीच में थलकोबाद से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर गुन्डीजोरा ग्राम के नजदीक लिगिरदा नामक पहाड़ी के पास नाले से 02 क्लेमोर माईन्स (डायरेक्शनल माइंस) बरामद की है। दोनों माइंस का वजन 25-25 किलोग्राम है। क्लेमोर माईन्स जिस जगह से बरामद किया गया वह नक्सलियों के आन-जाने का रास्ता है एवं उस इलाके में 197 बटालियन सीआरपीएफ के जवान हमेशा अभियान के लिये जाते रहते हैं।

नुकसान पहुंचाने का इरादा

197 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट नदीम अहमद समदानी ने बताया कि शुक्रवार को सूचना मिली कि नक्सलियों ने चुनाव के दौरान सुरक्षा बलों को भारी नुकसान पहुंचाने के इरादे से कुछ संदेहास्पद सामान गुन्डीजोरा ग्राम के नजदीक लिगिरदा नामक पहाड़ी के पास में छुपा कर रखा है। इस सूचना के आलोक में तत्काल कारवाई करते हुए जवानों ने जितवहन उरांव, सहायक कमांडेंट एवं निरीक्षक मांगीलाल के नेतृत्व में सारंडा जंगल के बीच में गुन्डीजोरा ग्राम के नजदीक लिगिरदा नामक पहाड़ी के आस पास सर्च एवं डिस्ट्राय अभियान चलाया तथा नाले के पास से 02 क्लेमोर माईन्स को बरामद कर लिया। इसके बाद मौके पर ही बम निरोधक दस्ते द्वारा इसे नष्ट कर दिया गया।

गाडि़यों को उड़ाने में इस्तेमाल

यदि इसका प्रयोग सुरक्षा बलों के जवानों या गाडि़यों पर किया जाता तो भारी मात्रा में जवानों का नुकसान हो सकता था और इसे नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को चुनाव के दौरान क्षति पहुॅँचाने के लिये ही तैयार किया गया था, लेकिन हमारी सर्तकता की वजह से ही वो अपने इरादे में कामयाव नहीं हो पाये। उन्होंने बताया कि इस तरह के विस्फोटकों का प्रयोग विशेष तौर पर गाडि़यों को उड़ाने तथा सुरक्षा बलों को लूप के दौरान नुकसान करने के लिये लगाया जाता है।