-अगर सही समय पर मिल जाती जानकारी तो बच जाती दोनों की जान

-हादसे के बाद घायलावस्था में फैमिली मेम्बर्स को खुद ही दी जानकारी

BARA (27 MAYJNN): काश कि रेलवे पुलिस को पहले जानकारी मिल गई होती। तत्काल पुलिस वहां पहुंच जाती। अगर ऐसा हुआ होता तो यकीनन बारा में ट्रेन हादसे के शिकार दोनों युवकों की जान बच जाती। हादसे के बाद उन्होंने फोन से अपनों को इस घटना की जानकारी दी थी। लेकिन तत्काल मौके पर रिलीफ न मिलने से उनकी मौत हो गई। अर्ली मार्निग जीआरपी पहुंची और दोनों की बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टर्माटम के लिए भेज दिया।

रात में हुआ था हादसा

पुलिस रिकार्ड के मुताबिक नजूल हक (फ्0) व सिराजुल हक (ख्ब्) लोकमान्य तिलक टर्मिनल ट्रेन के गेट पर बैठकर मुम्बई जा रहे थे। मंडे लेट नाइट ट्रेन जैसे ही बारा लोहगरा स्टेशन के आउटर सिग्नल पर पहुंची, दोनों संदिग्ध परिस्थितियों में ट्रेन से नीचे गिर गए। चर्चा रही है कि दोनों एक दूसरे से विपरीत गेट से गिरे और ट्रेन से गिरने के बाद घायल होने के बावजूद दोनों ट्रैक से उठकर कुछ दूर तक पैदल चले। उसके बाद उन्होंने मोबाइल फोन के जरिए अपने परिजनों से सम्पर्क करने का प्रयास भी किया। लेकिन हालत गंभीर होने पर दोनों की सांसें वहीं थम गई। ट्यजडे अर्ली मार्निग स्थानीय लोगों ने उनकी बॉडी देखी तो बारा पुलिस को सूचना दी। मामला जीआरपी का होने के कारण पुलिस ने जीआरपी को बताया। जीआरपी ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।