RANCHI : सिमडेगा जिले के महाबुअंग इलाके में पुलिस के साथ मुठभेड़ में पीएलएफआई के दो नक्सली ढेर हो गए। सोमवार की शाम हुए इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। मुठभेड़ में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के घायल होने की बात सामने आई है, लेकिन पुलिस मुख्यालय के एडीजी सह पुलिस प्रवक्ता एसएन प्रधान ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने मौके पर से एक एके-47, चार राइफल, कई जिंदा कारतूस समेत पिट्ठू बरामद किए हैं। इस इलाके में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है।

नक्सलियों के होने की थी सूचना

सूत्रों के मुताबिक, सिमडेगा पुलिस को सूचना मिली कि पीएलएफआई के कुछ नक्सली महाबुआंग इलाके में सक्रिय हैं। इन नक्सलियों से जुड़ने के लिए छत्तीसगढ़ से कुछ नक्सली आए हुए हैं। इनमें से कुछ को तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन कई अभी भी कैंप कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस टीम बनाकर मौके पर ऑपरेशन के लिए भेजा गया, जहां मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोलियों से दो नक्सली मारे गए। इस घटना के बाद सिमडेगा एसपी राजीव रंजन घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।

इस साल नौ फरवरी को हुआ था

नक्सल प्रभावित सिमडेगा जिले के जलडेगा के ढोलपहाड़ इलाके में नौ फरवरी, 2015 को ऑपरेशन डॉन के तहत पीएलएफआई व पुलिस के बीच मुठभेड़ हुआ था। इस मुठभेड़ में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप भी शामिल था, लेकिन पुलिस को भारी पड़ता देख वह भाग निकला था। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से चार देसी बोल्ट एक्शन राइफल, 12 जिंदा गोलियां, एक खोखा, पांच पिटठू, दो बिंडोलिया, दो मोबाइल, सात चार्जर, एक बैग, कंबल समेत पीएलएफआई के कई पंपलेट्स बरामद किए थे। इसके बाद सर्च ऑपरेशन ककेदौैरान पुलिस ने दिनेश गोप के नजदीकी बारूद गोप को गिरफ्तार कर लिया था।

मिले ये हथियार

01

एके-47

04

राइफल व कई जिंदा कारतूस