PATNA : मगध विश्वविद्यालय के पटना एवं नालन्दा जिला के कॉलेजों को मिलाकर पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय बनाने की मांग को कैबिनेट से मंजूरी दे दी। जिसके बाद छात्राें में खुशी की लहर दौड़ गई। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (ए.आई.एस.एफ.) से जुड़े छात्र-छात्राओं ने सोमवार को एक दूसरे को गुलाल लगाकर खुशी का इजहार किया। छात्र-छात्राओं ने कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट एण्ड साईंस कैंपस से जुलूस निकाली। सभा को संबंोधित करते हुए ए.आई.एस.एफ। के राज्य सचिव सुशील कुमार ने कहा कि ख्0 वषरें से भी अधिक समय से चल रहे संघषरें का नतीजा पाटलिपुत्रा वि.वि। की मंजूरी मिलना है। पाटलिपुत्रा वि.वि। के धरातल पर आने से छात्र, शिक्षक व कर्मी बोधगया जाने से निजात मिलेगा और आर्थिक एवं मानसिक परेशानी से बचेंगे।

लंबे संघर्ष का नतीजा

सुशील कुमार ने बताया कि ख्00ख् में ही इसी सिलसिले में छात्र, शिक्षक और कर्मचारियों को मिलाकर एक समन्वय समिति बनी थी। पहले एग्जीबिशन रोड में यह इसका कार्यालय था। पहले की तुलना में अब स्थिति आसान हो जाएगी। डिग्री, सर्टिफिकेट आदि के लिए छात्रों का समय और पैसें की बर्बादी से निजात मिलेगी। बीते ख्0 साल से अधिक समय के संघर्ष के दौरान छात्रों को जेल, लाठी और तमाम यातनाएं झेलनी पड़ी।

विवि। को धरातल पर लाए सरकार

इस मौके पर मौजूद संगठन के राज्य कार्यकारिणी सदस्य आकाश गौरव ने कहा कि ख्00ख् में मगध वि.वि। की शाखा कार्यालय का पटना में खुलना ही नये वि.वि। की बुनियाद रखना था। शीघ्र नये वि.वि। को धरातल पर उतारने की सारी प्रक्रियाओं को रफ्तार देने की मांग की। सभा की अध्यक्षता जिला सह-सचिव साजन झा ने किया। इस दौरान ए.आई.एस.एफ। के राज्य परिषद सदस्य अभिषेक आनन्द, गोविन्द कुमार, सलोनी कुमारी, अनीस राज, रिंकी कुमारी, आदि सैकड़ों छात्र मौजूद थे।