-महाराजपुर में दीवार ढहने से बुजुर्ग की मौत, घरौटी गांव में बिजली गिरने से किसान मरा

-एचटी लाइन की चिंगारी से छह मकान में आग लगी, दो मवेशी की जलकर मरे

दर्जनों इलेक्ट्रिसिटी पोल व पेड़ धाराशायी, तूफानी बरसात से शहर अंधेरे में डूबा

KANPUR : बुधवार की देर रात आए तूफान और ओलावृष्टि से जमकर तबाही हुई। कानपुर में 4 लोगों की मौत हो गई। दर्जनों इलेक्ट्रिसिटी पोल व पेड़ धाराशायी हो गए, कई जगह बिजली के तार टूट गए। इससे घंटों शहर अंधेरे में डूबा रहा। वहीं सवाइजपुर में बिजली के तारों के टकराने से निकली चिंगारी से छह मकानों में आग लग गई। दो जानवर भी जलकर मर गए, जबकि आग बुझाने कोशिश में एक ग्रामीण छत से गिरकर घायल हो गया। बारिश से आग बुझ गई, लेकिन उससे पहले ग्रामीणों की गृहस्थी जलकर खाक हो चुकी थी। तूफान के बाद ओलों की बरसात ने फसलों को भी जमकर नुकसान हुआ।

मौसम ने अचानक यू टर्न लिया

बुधवार की देर रात मौसम ने अचानक यू टर्न लिया। रात 11.30 बजे के बाद तेज हवाएं तूफानी रूप ले लिया। तूफान के साथ ओले भी बरसने लगे। कहीं दीवार गिरी तो आकाशीय बिजली। महाराजपुर के बड़ा गांव में रमेश पांडेय के मकान की दीवार ढह गई। पड़ोसी सूरजबली उत्तम (65) दब गए। उनको ग्रामीणों ने बाहर निकाला, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। इसी तरह खरौंती गांव में श्याम सुंदर (60) खेत में सो रहे थे। तभी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं भदेवना घाटमपुर टिनशेड गिरने से 60 वर्षीय ब्रजमोहन यादव की मौत हो गई। तूफान में उड़कर आए टिन से चंपतपुर में रामकिशन की पत्नी सुनीता की गर्दन कटने से मौत हो गई।

छह मकान जलकर खाक, दो मवेशी मरे

इसी तरह नर्वल के सवाइजपुर गांव में आंधी आने से एचटी लाइन आपस में टकरा गई। इससे तारों से निकली चिंगारी से विनोद प्रजापति के घर पर बैठे छप्पर में आग लग गई। तेज हवा चलने से आग कुछ ही देर में विकराल हो गई। आग की चपेट में पड़ोसी भूरे, दयाराम, राम नरेश, भुजफल और राम प्रसाद के मकान भी आ गए। आग में विनोद के दो मवेशी जल गए। विनोद छत से गिरकर घायल हो गया।

पूरे शहर में ब्लैक आउट

देररात आएं तूफान के सामने केस्को के जर्जर पोल टिक नहीं सके। चकेरी में डबल स्ट्रक्चर पोल टूटकर गिर गया। इसी तरह आलूमंडी, पीरोड, हंसपुरम, मीता सरायं आदि में मिलाकर दो दर्जन इलेक्ट्रिसिटी पोल टूट गए। रतनपुर, किदवई नगर व नवाबगंज डिवीजन में इलेक्ट्रिसिटी लाइन पर पेड़ गिर गए वहीं गुजैनी में पेड़ व होर्डिग गिरने से इंसुलेटर डैमेज हो गए,किदवई नगर में लाइन टूट गई। कुल मिलाकर पूरा शहर अंधेरे में डूब गया।