PATNA: सेल्फी के बुखार ने शुक्रवार को दो दोस्तों की जान ले ली है। गंगा में नहाने गए दोस्त सेल्फी लेने के चक्कर में गहरे पानी में चले गए जहां से उनकी लाश बाहर आई। पटना के एनआईटी घाट पर हुई इस घटना से सनसनी फैल गई। घंटों रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शव नदी से बाहर निकाला जा सका।

नालंदा के थे दोनों दोस्त

लड़कों की हुई पहचान दोनों नालंदा जिले के इस्लामपुर के अमन राज और रवि रंजन के रूप में हुई। दोनों की उम्र 17 से 18 साल बताई जा रही है। पीरबहोर थाना की टीम ने लड़कों की पहचान के लिए घंटो मशक्कत की तब उसे सफलता मिली। पीरबहोर के थानेदार गुलाम सरवर ने बताया कि गंगा में डूबने वालों का शव बरामद कर लिया गया है और इसे पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया है।

पटना में कर रहे थे पढ़ाई

पुलिस का कहना है कि नालंदा के इस्लामपुर के दोनों लड़के पटना के बाजार समिति एरिया में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। शुक्रवार को अचानक से ही दोनों का गंगा नदी में नहाने का प्लान बना था। इसके बाद एनआईटी घाट पर दोनों पहुंच भी गए और नहाने के दौरान हादसे का शिकार भी हो गए। हालांकि एक घंटे से अधिक की तलाश के बाद भी एनडीआरएफ की टीम को दोनों की बॉडी बरामद कर लिया।

मौत के लिए जिम्मेदार है प्रशासन

पटना में एनआईटी घाट पर एक दो नहीं कई हादसा हो चुका है। पटना में जितने भी घाट हैं सब खतरनाक हो गए हैं कहीं भी स्नान के दौरान डूबने से बचाव को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है। इस कारण से हर साल कोई न कोई घटना होती है। एक साथ दो स्टूडेंटस दोस्तों का डूब जाना बड़ी घटना है। जब भी कोई घटना होती है प्रशासन अलर्ट होता है लेकिन फिर वह समय के साथ ठंडा पड़ जाता है। बाढ़ के दौरान गंगा का पानी बढ़ने से घाट पर सुरक्षा को लेकर मॉनीटरिंग के लिए लोगों को लगा दिया जाता था लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं है। सुरक्षा को लेकर कोई मॉनीटरिंग नहीं है। पूर्व पटना के घाटों पर सेल्फी लेने से भी रोक लगा दिया गया था लेकिन अब तो ऐसी कोई एक्शन नहीं है। इससे घटनाएं हो रही हैं। शुक्रवार को दोनों दोस्त स्नान के दौरान गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। अगर कोई जिम्मेदार मौके पर तैनात होता या फिर बचाव के संसाधन होते तो दोनों की जान बचाई जा सकती थी। इस घटना में पूरा सिस्टम जिम्मेदार है जिसे नदी में नहाने वालों की सुरक्षा से लेकर अन्य कई नियमों के पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई है।