पेड़ से लटककर जान दी

वहीं दूसरे मामले में नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत रत्नानंदपुर निवासी प्रेमपाल ने जंगल में एक पेड़ से लटकर जान दे दी। प्रेमपाल के परिवार में पत्नी ईश्वरी देवी और तीन बेटियां क्रांति, मानषी और शांति हैं। प्रेमपाल खेती करता था। प्रेमपाल के भतीेजे पंकज ने बताया कि प्रेमपाल पिछले एक साल से थोड़ा मानसिक रूप से विक्षिप्त था। वह कभी कभार कई दिनों के लिए घर से चले जाते थे लेकिन बाद में वापस आ जाते थे। सुबह गांव से कुछ दूरी पर जंगल में जाकर प्रेमपाल ने पेड़ से लटककर जान दे दी। गांव के लोगों ने यह देखा तो मामले की सूचना घर वालों को दी। पुलिस दोनों मामलों में केस की इंक्वायरी कर रही है।

मामूली बात पर जहर खाया

पहला मामला बहेड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत खेमपुर भोजपुर का है। यहां पर राजेश्वरी अपने पति सुरेश के साथ रहती थी। राजेश्वरी के पिता का नाम धर्मपाल है और वह मियांपुर नवाबगंज के रहने वाले हैं। धर्मपाल ने बताया कि राजेश्वरी की दो साल पहले सुरेश से शादी हुई थी। दोनों के आठ माह का बच्चा है। राजेश्वरी का पति व  ससुराल वाले मोटरसाइकिल, सोने की चेन और सोने की अंगूठी की मांग करते थे। इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी होता था। राजेश्वरी के ससुराल वालों ने बताया कि संडे दोपहर दो बजे किसी बात पर राजेश्वरी ने अपने बेटे को चांटा मार दिया। इसी बात पर सुरेश ने राजेश्वरी को भला बुरा कह दिया, जिससे दोनों के बीच झगड़ा हो गया। गुस्से में आकर राजेश्वरी ने जहर खा लिया और उसकी मौत हो गई। धर्मपाल ने बताया कि घटना के बाद से ससुराल वाले घर से भाग गए और उन्हें खुद पोस्टमार्टम कराने आना पड़ा है।