दिल्ली ने दिया झटका

उत्तराखंड की 11 बार चैंपियन रही रेलवे के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा था, लेकिन बिना प्रॉपर डॉक्यूमेंटेंशन के पहुंची स्टेट टीम को इसकी बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी। दो स्टार प्लेयर के बिना खेल रही टीम क्वार्टर फाइनल में बाहर हो गई। चेन्नई में आयोजित सीनियर बास्केटबॉल चैंपियनशिप 24 दिसम्बर को खत्म हो चुकी है। टीम के सभी प्लेयर चेन्नई से दून के लिए रवाना हो चुके हैं। चैंपियनशिप में डार्क हार्स मानी जा रही उत्तराखंड को शुरुआती झटका तब लगा, जब पूल ए के मैच में दिल्ली ने उत्तराखंड के दो प्लेयर के डॉक्यूमेंटेंशन पर ऑब्जेक्शन किया। इसके बाद बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया की टेक्निकल कमेटी ने इस अपील को लीगल ओपीनियन के लिए रिजर्व कर लिया। हालांकि इस ऑब्जेक्शन के बाद टीम के दो स्टार प्लेयर यदुविंदर सिंह और विशेष भृगुवंशी मैदान पर नहीं उतर पाए। हालांकि मोहित भंड़ारी, शब्बीर अहमद, मुरली कृष्णा, देसराज ने टीम को क्वार्टर फाइनल में पहुंचा कर टीम की इज्जत बचा ली, लेकिन इसके बाद टीम आगे का कठिन रास्ता तय नहीं कर सकी।

रेलवे से क्लियर नहीं थी एनओसी

लास्ट सीजन में रेलवे के लिए खेलने वाले यदुविंदर सिंह और विशेष भृगुवंशी इस बार उत्तराखंड को रिप्रजेंट कर रहे थे। फेडरेशन के नियमों के अनुसार स्टेट की टीम को प्लेयर के प्रजेंट ऑगेनाइजेशन से नो ऑब्जेकशन सर्टिफिकेट लेना जरूरी होता है। उत्तराखंड का टीम मैनेजमेंट यहां बड़ी चूक कर गया। रेलवे से एनओसी लिए बिना प्लेयर्स को मैदान में उतार दिया गया। जब दिल्ली की टीम ने इस मुद्दे पर ऑब्जेक्शन किया तो टेक्निकल कमेटी की इन्क्वायरी में क्लियर हो गया कि रेलवे ने इन्हें एनओसी नहीं दी है। दरअसल किसी भी नेशनल चैंपियनशिप से पहले प्लेयर का मेडिकल टेस्ट और डॉक्यूमेंटेशन की इन्क्वायरी जरूरी होती है, लेकिन स्टेट बास्केटबॉल फेडरेशन ने यह भी चेक करना जरूरी नहीं समझा कि रेलवे से माइग्रेट इन प्लेयर्स का लीगल डॉक्यूमेंट कंपलीट है या नहीं।

खूब हुई किरकिरी

रेलवे के स्टार प्लेयर यदुविंदर सिंह और विशेष भृगुवंशी इस समय इंडिया के टॉप लेवल के प्लेयर हैं। इन दोनों की उपस्थिति में उत्तराखंड की टीम को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था। एन वक्त पर दिल्ली की टीम द्वारा ऑब्जेक्शन ने उत्तराखंड के अरमानों पर पाानी फेर दिया। जैसे ही ये दोनों स्टार प्लेयर बाहर हुए टीम का मनोबल टूट गया। एक तरफ जहां टीम को क्वार्टर फाइनल में करारी हार का सामना करना पड़ा वहीं टीम की काफी किरकिरी भी हुई। टीम मैनेजमेंट की इस गलती से उत्तराखंड टीम के प्लेयर्स काफी निराश हैं। उत्तराखंड टीम के एक सीनियर प्लेयर ने नाम न छापने की शर्त पर आई-नेक्स्ट से फोन पर बातचीत में बताया कि टीम अभी देहरादून के रास्ते में है। टीम मैनेजमेंट की एक गलती पूरी टीम पर भारी पड़ गई और हम खिताब से दूर हो गए। यह शर्मनाक है