-डीआरएम की रिपोर्ट पर जीएम एनसीआर ने की कार्रवाई

-कांट्रैक्टर से रिश्वत लेते हुए सीबीआई ने रंगे हाथ किया था गिरफ्तार

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PRAYAGRAJ: रेलवे कांट्रैक्टर से रिश्वत लेते हुए सीबीआई टीम द्वारा रंगे हाथ पकड़े गए डीआरएम ऑफिस में तैनात सीनियर डीएसटीई सिग्नलिंग नीरज पुरी गोस्वामी और डीएसटीई पीके सिंह के खिलाफ जीएम एनसीआर राजीव चौधरी ने कार्रवाई की है. डीआरएम इलाहाबाद की रिपोर्ट और दोनों के 48 घंटे तक सीबीआई की हिरासत में होने के कारण जीएम एनसीआर ने दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.

नौ मार्च को रिश्वत लेते हुए पकड़े गए थे

रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए सिग्नलिंग डिपार्टमेंट के दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया पिछले कई दिनों से चल रही थी. नौ मार्च को मेसर्स शार्प इंटरप्राइजेज लूकरगंज प्रयागराज के प्रोडक्शन मैनेजर अवधेश मिश्र की शिकायत पर सीबीआई लखनऊ की टीम ने जाल बिछाते हुए दोनों अधिकारियों को दस लाख रुपए कैश लेते हुए पकड़ा था. डीआरएम ऑफिस में स्थित दोनों अधिकारियों के केबिन में घंटों छानबीन चली थी. दस्तावेजों की पड़ताल हुई थी. जिसके बाद 10 मार्च की सुबह सीबीआई टीम दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर अपने साथ लखनऊ ले गई. 10 मार्च की सुबह से दोनों अधिकारी लगातार सीबीआई की हिरासत में हैं.

निमयानुसार की गई कार्रवाई

सीबीआई की कार्रवाई और रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए सिग्नलिंग डिपार्टमेंट के अधिकारियों के खिलाफ डीआरएम इलाहाबाद अमिताभ ने कार्रवाई की संस्तुति रेलवे बोर्ड और जीएम एनसीआर से की थी. 48 घंटे से अधिक समय तक सीबीआई की हिरासत में होने के कारण नियमानुसार कार्रवाई करते हुए जीएम एनसीआर राजीव चौधरी ने बुधवार को दोनों अधिकारियों के निलंबन का आदेश जारी किया.

वर्जन

रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए सिग्नलिंग डिपार्टमेंट के अधिकारी 48 घंटे से अधिक समय से सीबीआई की हिरासत में हैं. नियमानुसार कार्रवाई करते हुए जीएम एनसीआर ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है. आगे भी विभागीय कार्रवाई जारी रहेगी.

गौरवकृष्ण बंसल

सीपीआरओ, एनसीआर