BAREILLY: बेटियों को स्कूल में एंट्री दिलाने की जंग लड़ रहे पिता की बात सुनने के लिए संडे को प्रशासन आगे आया। धरनास्थल पर पहुंचे एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट और बीएसए ने छात्रा के पिता मनोज को न्याय का आश्वासन देते हुए भूख हड़ताल तोड़ने के लिए मना लिया और जूस पिलाया। साथ ही, स्कूल के प्रिंसिपल को सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस में तलब किया गया है। जहां समस्या का तुरंत समाधान किया जा सके।

 

छात्राओं की तबीयत बिगड़ी तब चेते अफसर

शहर के नामचीन स्कूल ने क्लास 4 की छात्रा खनक और 7वीं खुशी की एंट्री पर बैन लगा दिया है। स्कूल प्रिंसिपल का कहना है कि पहले 2 लाख रुपए बकाया फीस लेकर आओ, तभी स्कूल में एंट्री मिल पाएगी। जबकि, छात्राओं के पिता मनोज का कहना है कि उसकी बेटियों का एडमिशन आरटीई के तहत हुआ है। स्कूल प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए छात्रा और उसके पिता भूख हड़ताल पर बैठ गए। हड़ताल के दूसरे दिन छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाना पड़ा था। मामला तूल पकड़ा, तो अफसर भी सजग हो गए और हड़ताल के तीसरे दिन अफसरों ने मान-मनौव्वल श्ाुरू की.

 

प्रिंसिपल को लगाई फटकार

सिटी मजिस्ट्रेट और बीएस ने स्कूल प्रिंसिपल को फोन कर जमकर फटकार लगाई और कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। साथ ही बीएसए ने स्कूल प्रिंसिपल और मनोज दोनों को सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस में आज मीटिंग के लिए बुलाया है।

 

सिटी मजिस्ट्रेट ने मनोज को आश्वासन देकर भूख हड़ताल को खत्म कराया। प्रिंसिपल और मनोज दोनों को सिटी मजिस्ट्रेट के यहां बुलाया गया है। अब जो भी फैसला होगा उसमें बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा।

चंदना राम इकबाल यादव, बीएसए