- बिजली बंबा चौकी के पास बाइक सवार दो युवकों को ट्रक ने रौंदा

- गुस्साए परिजनों ने सड़क पर जाम लगाकर किया हंगामा

- भीड़ ने की वाहनों में तोड़फोड़, पुलिस पर पथराव

- पत्थर और लाठी डंडों से फोड़े कार के शीशे

- मौके पर बेबस खड़ी रही पुलिस लोग करते रहे बवाल

- पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग उसके बाद भागे मौके से लोग

Meerut: बिजली बंबा चौकी के पास मंगलवार को हादसे में दो स्टूडेंट्स की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। ट्रक चालक के फरार होने व शव के जल्द पोस्टमार्टम पर भिजवाने को लेकर लोग भड़क गए। उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ सड़क पर जाम लगाकर जमकर नारेबाजी की। गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस के सामने ही जाम में फंसे ट्रक, डीसीएम, कारों समेत तीन दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। चौकी में तोड़फोड़ करते हुए आगजनी प्रयास भी किया गया। पुलिस पर पथराव किया। मारपीट में आधा दर्जन लोग घायल हो गए। बाद में पुलिस ने भीड़ को दौड़ाकर पीटा।

क्या है मामला

खरखौदा गांव के जाहिदपुर निवासी दो किशोर दुष्यंत और समीर जीआईसी इंटर कॉलेज में इंटर के स्टूडेंट थे। मंगलवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे पढ़ाई कर बाइक से घर लौट रहे थे। बिजली बंबा पुलिस चौकी पास पीछे से आ रहे रेत से भरे ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। दुर्घटना में दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद ट्रक चालक वाहन लेकर फरार हो गया। पुलिस ने तत्काल दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। वहीं दुर्घटना की सूचना मिलने पर आसपास के लोग और परिजन मौके पर पहुंचे। जब परिजनों को जानकारी मिली कि दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। इसके बाद लोगों का धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने ट्रक चालक को पकड़ने की बजाय पहले शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस पूरे मामले में खेल किया है। परिजनों ने आरोप लगाया कि फैंटम ने मिलीभगत कर ट्रक चालक को फरार होने दिया। इसी विरोध में महिलाएं और बड़ी संख्या में लोग चौकी के सामने रोड पर बैठकर जाम लगा दिया। कुछ देर बाद भीड़ बेकाबू हो गई। वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। उसके बाद चौकी में घुसकर तोड़फोड़ की। मारपीट में करीब आधा दर्जन से अधिक राहगीर घायल हो गए।

अधिकारियों की एक न सुनी

गुस्साए लोगों को समझाने के लिए आनन-फानन में एसपी देहात कैप्टन एमएम बेग, सीओ कोतवाली रुपेश कुमार और एसडीएम सदर नवनीत सिंह चहल भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने एक न सुनी। अधिकारियों और लोगों के बीच तीखी नोकझोक हुई। मौके पर मौजूद महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर ईट पत्थर और डंडे भी मारे, जिस पर पुलिस कर्मियों ने महिलाओं को भी दौड़ा दिया।

बल प्रयोग कर खुलवाया जाम

पुलिस ने बल प्रयोग कर जाम खुलवाने का प्रयास किया तो भीड़ ने उस पर पथराव कर दिया। इस पर पुलिस ने भीड़ को दौड़ाकर पीटा। मामला शांत होने के बाद भीड़ कुछ देर बाद फिर भड़क गई और जाहिदपुर के सामने जाम लगाकर कार में तोड़फोड़ कर दी। मारपीट कर दो युवकों का सिर फोड़ दिया। पुलिस ने गांव के अंदर तक भीड़ को खदेड़ा। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने आक्रोशित लोगों को भरोसा दिलाया है कि इस पूरे मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

क्यों नहीं पकड़ा गया?

समीर और दुष्यंत की मौत के बाद लोगों के सब्र का बांध टूट चुका था। तीन घंटे तक सड़क पर जाम लगाकर पुलिस प्रशासन से विरोध जताया कि आखिर आरोपी चालक फरार कैसे हुआ। पुलिस ने पीछा करने की कोशिश क्यों नहीं की? इसका जवाब अधिकारी भी नहीं दे सके। आश्वासन देने में लगे थे जांच के बाद दोषी पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन परिजनों ने एक न सुनी और पुलिस के खिलाफ सड़क पर बड़ी चुनौती बनकर खड़े रहे।

महिला पुलिस बुलानी पड़ी

बच्चों की मौत के बाद महिलाएं भी काफी उग्र हो रही थी और अपना आपा खो बैठी थी। ऐसे में जब महिलाओं ने सीधा एसपी देहात और सीओ कोतवाली को चुनौती दी तो इसके बाद महिला थाने से पुलिस बुलाई गई। महिला दारोगा और महिला कांस्टेबल के साथ महिलाओं ने अभद्रता कर दी। काफी मशक्कत के बाद महिला पुलिस ने काबू पाया।

बंद हो गए बाजार

बिजली बंबा पर बेकाबू हुए हालात और पथराव को देखकर वहां के व्यापारियों में अफरा-तफरी मच गई, तुरंत अपनी-अपनी दुकानों के पहले तो शटर डालकर कोने में खड़े हो गए, लेकिन जब मामला शांत नहीं हुआ घडि़यों की सुई ऊपर बढ़ती गई पुलिस के लिए चुनौती खड़ी होती गई तो सभी दुकानदार शटर में ताले डालकर चले गए।

छूट गए पुलिस के पसीने

पहले तो पुलिस कर्मियों ने सोचा कि मामला आसानी से काबू हो जाएगा। समझा बुझाकर शांत कर दिया जाएगा। इसके लिए बकायदा एसपी देहात ने अपने ऑफिस में बैठे-बैठे वायरलेस भी कर दिया, लेकिन गुस्साएं लोगों ने जब पथराव कर दिया, तोड़फोड़ कर दी फिर मामले पर काबू पाना मुश्किल हो गया। तीन घंटे तक जाम खुलवा पाने में नाकाम साबित हुई।

इन्होंने कहा

अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। उसकी तलाश की जा रही है। लापरवाही के मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। जिन लोगों ने तोड़फोड़ व जाम लगाकर कानून हाथ में लिया है, उनकी पहचान करने के बाद मुकदमा कायम किया जाएगा। वीडियो ग्राफी और फोटो के आधार पर पहचान आसानी से होगी।

कैप्टन एमएम बेग

एसपी देहात