-मतदान के पहले होना था इस्तेमाल

-अज्ञात लोगों के खिलाफ मेहूंश थाने में प्राथमिकी दर्ज

PATNA/BIHARSHARIFF: चौथे चरण के मतदान से एक दिन पहले गुरुवार को पुलिस ने सदर ब्लाक के मेहूंश गांव से भारी मात्रा में देसी शराब सरकारी अस्पताल के पुराने भवन से बरामद किया है। आशंका है कि शुक्रवार को पंचायत चुनाव के मतदान के पहले गुरुवार की रात वोटरों के बीच बांटा जाना था। मेहूंश में शुक्रवार को पंचायत चुनाव है। एसडीपीओ ने बताया कि गुरुवार को गुप्त सूचना पर छापेमारी कर शराब जब्त की गई। भवन जर्जर होने से इसका इस्तेमाल नहीं होता है। अज्ञात लोगों के खिलाफ मेहूंश थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि आखिर इस शराब के पीछे किसका हाथ है।

मुखिया कैंडिडेट्स राडार पर

तह तक जाने के लिए पुलिस मेहूंश पंचायत के कुछ मुखिया

उम्मीदवारों को राडार पर लिया है। आशंका है कि शुक्रवार को मतदान के पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब का इस्तेमाल किया जाना था। दूसरी ओर पुलिस की जांच का एक एंगल यह भी है कि

अप्रैल से शराब बंदी कानून लागू होने के बाद किसी लाइसेंसी संचालक ने बची शराब सरेंडर करने के बजाय छुपा लिया होगा और बाद में अधिक दाम पर बेचता होगा। बिहार में शराब बंदी कानून लागू होने के बाद जिला में बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी की यह पहली घटना है।

शराब की मात्रा इतनी अधिक है कि उसे पुराने अस्पताल भवन से थाना तक लाने के लिए दो ट्रैक्टर का इंतजाम करना पड़ा और ट्रैक्टर की दो ट्रॉलियां भर गई।

-अमित शरण, एसडीपीओ