-एसआर इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट्स ने बनाया जीरो एनर्जी ग्रीन रेफ्रिजरेटर

-गर्मियों में औसतन 12 से 14 दिन तक बनी रहेगी फल और सब्जियों की ताजगी

>BAREILLY: एसआर इंटरनेशनल के दो स्टूडेंट ने सब्जियों को तरोताजा रखने के लिए एक ऐसा आविष्कार कर दिखाया है, जो न सिर्फ किफायती बल्कि सुविधा के लिहाज से बेहद मुफीद भी है। जिसका नाम उन्होंने जीरो एनर्जी ग्रीन रेफ्रिजरेटर दिया है। इसकी खासियत है कि इसमें किसी प्रकार एनर्जी का यूज नहीं किया जाता, जिसके चलते यह ईको फ्रेंडली भी है।

टीचर के सुझाव से किया तैयार

एसआर इंटरनेशनल के क्लास नौंवी पीयूष अग्रवाल और क्लास 11वीं के मंयक यादव ने बताया कि उद्यान विभाग की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक किसानों की 20 प्रतिशत फल और सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच पाती हैं। सब्जियां बिकने में देरी होने पर उनके फंगल इंफेक्शन से सड़ने का भी खतरा बढ़ जाता है। अक्सर सब्जियां रखरखाव के अभाव खराब हो जाती हैं, जिससे किसानों को नुकसान सहना पड़ता है। किसानों के इस नुकसान को कम किया जा सके, इसके लिए उन्होंने टीचर नीरज कुमार की सलाह-मशविरा से 'जीरो एनर्जी ग्रीन रेफ्रिजरेटर' बनाया है।

ईको फ्रेंडली है रेफ्रिजरेटर

स्टूडेंट्स ने 'जीरो एनर्जी ग्रीन रेफ्रिजरेटर' को खस, ईटों, बालू की मदद से बनाया है। स्टूडेंट्स ने बताया कि उन्होंने छोटी-छोटी दो दीवारें बनाई हैं। दोनों दीवारों के बीच में बालू भर दिया है। वहीं, गर्म बाहर रेफ्रिजरेटर में न घुसे, इसलिए बाहर खस लगा दी है। स्टूडेंट्स ने बताया कि रेफ्रिजरेटर ईको फ्रेंडली है। इसमें रेफ्रिजरेटर की तरह ठंडा करने के लिए सीएफसी गैस का यूज नहीं किया जाता है, जो ओजोन परत को नुकसान पहुंचाती हैं। खास बात यह है कि 'जीरो एनर्जी ग्रीन रेफ्रिजरेटर' को बनाने में आठ हजार रुपए लागत आती है।

एंटी फंगल पेपर भी बनाया

टीचर नीरज मिश्रा ने बताया कि ए-4 पेपर को 20 से 25 बार मोड़ने पर वह मुलायम हो जाता है। इसके बाद पेपर को मेथी पाउडर, तुलसी के अर्क, लहसुन के अर्क से बने पेस्ट में 20 मिनट के लिए भिगो दें। छह से सात घंटे पेपर को कमरे में सूखने दें। उन्होंने बताया कि पेपर में फल और सब्जियां लपेटकर रखने से फंगल नहीं लगती है और वे 10-12 दिन तक ताजा बनी रहती हैं।

प्रतिभाओं का हुआ सम्मान

सीबीएसई की नेशनल लेवल की साइंस प्रदर्शनी में जीरो एनर्जी ग्रीन रेफ्रिजरेटर बनाने वाले स्टूडेंट्स को विनर चुना गया है। स्कूल की प्रिंसिपल अल्पना जोशी ने बताया कि स्टूडेंट्स को जवाहर लाल नेहरु चाइल्ड प्रदर्शनी में टैलेंट दिखाने का मौका मिला है।