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इलाहाबाद में प्रदूषण और बढ़ाने के लिए

8.2 लाख नई गाडि़यां पूरे देश में बीएस थ्री मानक (सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) की सुप्रीम कोर्ट में दाखिल रिपोर्ट के अनुसार 29 मार्च तक

5000 से अधिक दोपहिया बिक गई इलाहाबाद मंडल में दो दिनो में

22000 तक छूट मिली गाड़ी खरीदनेवालों को

01 अप्रैल से नहीं होगा बीएस 3 मानक की गाडि़यों का देशभर में रजिस्ट्रेशन

सात बजे सुबह से शोरूम में सामने लाइन में लग गई थी पब्लिक

किसी शोरूम में नहीं बची बीएस-1 मॉडल की बाइकें

छूट पाने को पब्लिक हुई बेकाबू, किया तोड़फोड़, पथराव

ALLAHABAD: सुप्रीम कोर्ट को भले ही देशवासियों के सेहत की चिंता हो। वह प्रदूषण रोकने में कोई बड़ा फैसला लेने में संकोच न कर रहा हो। लेकिन, चंद रुपए बचाने के लिए दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित चार शहरों में दूसरे नंबर पर चल रहे इलाहाबादियों ने प्रदूषण बढ़ाने का सामान अपने घर लाने में एक बार भी नहीं सोचा। रुपए, पहचान पत्र के साथ सुबह से लाइन में लग गए और नहीं मिलने पर तोड़फोड़ पथराव करने से भी नहीं चूके। पुलिस का डंडा देखकर वे ठंडे पड़े और घर लौटा। उन्हें मलाल था कि वह यह मौका चूक गए।

लग गया आउट ऑफ स्टॉक का बोर्ड

शुक्रवार सुबह लोग शोरूम पहुंचे तो कलेजा मुंह को आ गया। शोरूम संचालकों ने एक कदम आगे निकलते हुए मेन गेट पर स्टॉक फिनिश की सूचना चस्पा कर शटर गिरा दिया था। इसके चलते हजारों लोग दिनभर सड़कों पर बाइक खरीदने के लिए घूमते रहे। जुगाड़ खोजते रहे। इस चक्कर में कंपनी और अपनी पसंद से भी कंप्रोमाइज करने से नहीं चूके।

गुड़ दिखाकर मार दिया पत्थर

सुप्रीमकोर्ट ने एक अप्रैल से बीएस थ्री इंजन वाली बाइकों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है। इसके चलते तमाम कंपनियों ने विज्ञापन देकर 15 से 20 हजार की छूट के साथ बाइक बेचने का ऑफर दिया था। इसके चलते शुक्रवार को सुबह से ही लोग हांडा, हीरो और बजाज के शोरूम के बाहर जमा हो गए थे लेकिन, शोरूम मालिकों ने शटर ही नहीं खोला। सुबह से ही शोरूम के बाहर स्टॉक फिनिश की सूचना दे दी गई थी। अशोक नगर के महेंद्र कुमार ने बताया कि बाइक की बिक्री में छूट की खबर सुनने के बाद उन्होंने बहन से 50 हजार रुपए उधार लिए थे। वह शुक्रवार को बाइक खरीदने निकले लेकिन कही सुनवाई नही हुई। किसी भी शोरूम में बाइक खरीदना तो दूर अंदर तक घुसने नही दिया गया।

गार्ड से हुई धक्का-मुक्की, चला पत्थर

सिविल लाइंस एरिया स्थित दुपहिया वाहनों के शोरूम पर पब्लिक और सुरक्षा गार्डो के बीच दिनभर धक्का-मुक्की होती रही। लोगों को अंदर नही घुसने दिया गया। इक्का-दुक्का लोग ही अंदर जा रहे थे। इससे लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। शोरूम के स्टाफ ने कहा कि स्टॉक गुरुवार को ही खत्म हो गया है। जीटी रोड स्थित आटो शोरूम में आक्रोशित पब्लिक ने पत्थरबाजी कर दी। इससे शोरूम का कांच टूट गया।

बॉक्स

रात में हो गई सेटिंग-गेटिंग

सोर्सेज बताते हैं कि गुरुवार की रात ही एजेंसी संचालकों ने खेल कर दिया था। बीएस थ्री इंजन वाली बाइकों को स्टाफ के नाम पर रजिस्टर्ड करा दिया गया और अब इन बाइकों को कम छूट पर पब्लिक को आराम से बेचा जाएगा। 31 मार्च से पहले रजिस्ट्रेशन होने के बाद इन बाइकों के मालिकों का केवल नाम ही चेंज करना होगा। इससे एजेंसियों को अधिक छूट से नुकसान का आंकलन भी कम हो जाएगा। इसके अलावा कुछ लोगों ने शिकायत की कि एजेंसी मालिक खास लोगों से पैसे जमा करा ले रहे हैं और उन्हें बाइक एक-दो दिन डिलीवर की जाएगी।

छूट के साथ बाइक बेचने की जानकारी मिली थी इसलिए एजेंसी आए थे। यहां पर सुबह से शटर ही गिरा हुआ है। बता रहे हैं कि स्टाक खत्म हो गया है।

बृजेश कुमार सिंह

यह सब एजेंसी वालों की मिलीभगत है। उन्होंने पहले ही बाइक रजिस्ट्रेशन करा दिया है, जिससे उनका कम नुकसान हो। पब्लिक को फिर से बेवकूफ बनाया जा रहा है।

अनिल कुमार

यह तो एजेंसी वालों की मनमानी है। इस तरह से नही करना चाहिए। पहले विज्ञापन छपवा दिया और अब बाइक बेचने से मना कर दिया। इससे जनता का समय खराब हो रहा है।

अशोक कुमार

शहर के सभी बाइक शोरूम बंद हैं। कई जगह जाने के बाद भी सफलता नही मिली। किसी की सुनवाई नही हो रही है। इक्का-दुक्का लोगोंको अंदर जाने दिया जा रहा है। सब सेटिंग का गेम है।

सुधीर केसरवानी

एक मौका मिला था सस्ती बाइक खरीदने का लेकिन उसमें भी एजेंसी वालों ने अपना दिमाग लगा दिया। इससे लोग बेवकूफ बने और इससे ज्यादा उन्हें कुछ हाथ नही लगा।

दीपक कुमार

मैंने तो कल ही बाइक खरीद ली थी। एजेंसी वाले केवल कैश लेकर ही बाइक दे रहे थे। कल ही उनके पास स्टाक कम बचा था। इसलिए आज लोगों को निराश होना पड़ रहा है।

रवि प्रकाश

क्या कहता है मानक

पर्यावरण प्रदूषण को काबू में रखने के लिए गाडि़यों में चेंज किया

बीएस यानी भारत स्टेज मानक को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है

नए फाइनेंशियल इयर यानी एक अप्रैल से बीएस थ्री मानक की गाडि़यों का रजिस्ट्रेशन बंद हो जाएगा।

भारत स्टेज, वाहनों में इस्तेमाल फ्यूल से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने का स्टैंडर्ड है

बीएस स्टैंडर्ड सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तय करता है

बीएस के साथ जो नंबर होगा उसी से पता चल जाएगा कि इंजन कितना प्रदूषण फैसला रहा है

यह ध्वनि, वायु, धुएं का उत्सर्जन भी तय करता है

इलाहाबाद में बढ़ रहा है खतरा

इलाहाबाद शहर दुनिया में प्रदूषण का ठिकाना बनकर सामने आ चुका है

2010-15 के बीच यहां पीएम 10 का वार्षिक उत्सर्जन तेजी से बढ़ा।

इलाहाबाद की हवा में पीएम 2.5 की मात्रा भी तेजी से बढ़ी है

हवा में पीएम10 की अधिकतम मात्रा 100 और पीएम 2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होनी चाहिए

इलाहाबाद में पीएम-10 की मात्रा 317 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है

(विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 12 मई 2016 को जारी आंकड़े के अनुसारर)