महाराजगंज के परीक्षार्थी की जगह परीक्षा दे रहा था गोरखपुर का सॉल्वर

सेंटर पर छापामारी कर एसटीएफ ने दबोचा, पांच लाख में था व ठेका बीस हजार लिया एडवांस

PRAYAGRAJ: एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश सिविल कोर्ट स्टॉफ केंद्रीयकृत टाइपिस्ट पद की परीक्षा में बैठाए गए सॉल्वर को सेंटर से धर दबोचा। शुक्रवार को पकड़े गए सॉल्वर के पास से टीम को फर्जी आइकार्ड, एडमिट कार्ड और आधार कार्ड मिले हैं। तफ्तीश में पता चला कि महाराजगंज के परीक्षार्थी की जगह गोरखपुर निवासी साल्वर परीक्षा दे रहा था। पूरा ठेका पांच लाख रुपए में हुआ था। बीस हजार रुपए उसे एडवांस दिए गए थे।

खबर पर एक्टिव थी एसटीएफ

उत्तर प्रदेश सिविल कोर्ट स्टाफ केंद्रीयकृत टाइपिस्ट पद की परीक्षा के लिए शहर में कई सेंटर बनाए गए थे। परीक्षा में पास कराने का ठेका लेने वाले सॉल्वरों के सक्रिय होने की खबर पर एसटीएफ एक्टिव थी। एसटीएफ के सीओ नावेन्दु कुमार के मुताबिक, सूचना मिली कि एक सेंटर पर सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा दिलाई जा रही है। एसटीएफ इंस्पेक्टर केशव चंद्र राय और अतुल सिंह ने धूमनगंज के सुलेमसरांय, धर्मवीर मार्ग पर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट आफ कंप्यूटर एजुकेशन (आइआइसीई) पर छापामारी कर जांच की तो एक सॉल्वर गिरफ्त में आ गया। एसटीएफ ने प्रमोद कुमार यादव पुत्र हुबलाल यादव निवासी भकटोलिया, परमेश्वरपुर, गुलरिहा गोरखपुर को गिरफ्तार कर लिया।

गोरखपुर में लिया था ठेका

पकड़ा गया प्रमोद महाराजगंज के बृजचक, बृजमनगंज निवासी अवनीश यादव पुत्र रामकिशुन यादव की जगह परीक्षा दे रहा था।

उसे गिरफ्तार कर एसटीएफ ने धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है

शनिवार को गिरफ्तार किए गए सॉल्वर को जेल भेजा जाएगा।

प्रमोद ने पूछताछ में बताया है कि गोरखपुर के सागर कंप्यूटर इंस्टीट्यूट में अवनीश टाइपिंग का प्रशिक्षण ले रहा था

वहीं प्रमोद और अवनीश की मुलाकात हुई, पांच लाख रुपए में परीक्षा देने की बात तय हुई

बीस हजार रुपए उसी वक्त एडवांस दे दिया गया था, अब एसटीएफ अवनीश की तलाश में जुट गई है