-प्रॉस्पेक्टस पर लिखना होगा एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर

- यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों को जारी किए निर्देश

- स्टूडेंट को नहीं भटकना पड़ेगा अपनी शिकायतों के लिए

Meerut : यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों में किसी स्टूडेंट को रैगिंग नहीं झेलना पड़े, इसके लिए यूजीसी ने एक पहल की है। अब एडमिशन के समय ही सभी यूनिवर्सिटी व कॉलेजों को अपने प्रॉस्पेक्टस में एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर देना होगा। इससे स्टूडेंट अपनी शिकायत इस नंबर पर दर्ज करा सकेंगे।

होगी सहूलियत

यूजीसी के अनुसार अक्सर स्टूडेंट को अपनी समस्याओं के चलते यूनिवर्सिटीज व कॉलेज के चक्कर लगाने पड़ते हैं। अधूरी जानकारी के चलते वह यह नहीं समझ पाते कि उन्हें कहां शिकायत करनी है, लेकिन अगर उन्हें एडमिशन के समय ही यह नंबर उपलब्ध हो जाएगा तो यह बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगा।

हेल्पलाइन नंबर शुरू

रैगिंग से परेशान स्टूडेंट के लिए यूजीसी ने एक राहत दी है। यूजीसी ने एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर 18001805522 की शुरुआत की है। 12 भाषाओं में रैगिंग से पीडि़त स्टूडेंट इस टोल फ्री नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज शिकायत को संबंधित शैक्षणिक संस्थान व यूनिवर्सिटी को ट्रांसफर किया जाएगा। उसके बाद उन्हें इस पर कार्रवाई करनी होगी। यही नहीं क्या कार्रवाई व क्या नहीं उनकी मॉनिटरिंग आयोग अपने लेवल पर करेगा। यूजीसी ने देश के सभी यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों को आदेश देकर हेल्पलाइन नंबर को प्रॉस्पेक्टस पर लिखना अनिवार्य कर दिया है।

एंटी रैगिंग सेल का गठन

यही नहीं एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर के अलावा सभी शैक्षणिक संस्थानों में एंटी रैगिंग सेल का गठन करने को कहा गया है। रैगिंग की शिकायतों की सूचना प्राप्त करने के लिए यूजीसी ने नई पहल करते हुए एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।

यूनिवर्सिटी ने तो एंटी रैगिंग सेल बनाया हुआ है। जिसके लिए कमेटी भी बनाई जाती है। यूजीसी के निर्देशों का पालन किया जाएगा।

प्रो। एनके तनेजा, वीसी सीसीएसयू