मॉस्को/कीव (रॉयटर्स)। रूस के साथ बढे तनाव के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेन्को ने अपने देश के सीमावर्ती इलाकों में मार्शियल लॉ लागू कर दिया है। पोरोशेन्को ने कहा कि रूस ने तीन यूक्रेनी नौसेना के जहाजों को जब्त कर लिया और उन जहाजों के चालाक भी उनके कैद में हैं, यूक्रेन की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए मार्शल लॉ लागू करना जरूरी था। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जो हो रहा है, वो मुझे अच्छा नहीं लग रहा है और इस स्थिति पर यूरोपीय नेताओं से बातचीत जारी है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि रूस ने यूक्रेनी जहाजों को अपने कब्जे में लिया, जो एक गलत कदम होने के साथ अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन भी करता है, दोनों देशों को इस मामले में संयम से काम लेना चाहिए।

कई देशों ने की निंदा
पोंपियो ने एक बयान में कहा, 'अमेरिका रूस के इस आक्रामक कार्रवाई की निंदा करता है। हम रूस को यूक्रेन की जहाजों और उनके चालक दल के सदस्यों को छोड़ने के लिए कहेंगे और साथ ही उनसे यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने के लिए भी कहेंगे।' हालांकि, सिर्फ अमेरिका ने ही नहीं, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, फ्रांस, पोलैंड, डेनमार्क और कनाडा ने भी रूस के इस कदम की निंदा की है। बता दें कि यूक्रेन में 30 दिनों के लिए मार्शल लॉ लागू किया गया है। इसका मतलब है कि अगले 30 दिनों तक यूक्रेन के नागरिकों को सैनिक शासन का सामना करना पड़ेगा। गौरतलब है कि रूस ने रविवार को विवादित क्षेत्र क्रीमियाई प्रायद्वीप में यूक्रेन नौसेना के तीन जहाजों पर हमला कर उन्हें जब्त कर लिया। रूस ने आरोप लगाते हुए कहा है कि यूक्रेन की नौसेना ने उसकी जल सीमा में अवैध तरीके से घुसने की कोशिश की और उन्हें रोकने के लिए मजबूरन रूसी सेना को हथियारों का इस्तेमाल करना पड़ा।

रूस ने यूक्रेन के तीन नौसेनिक जहाजों को किया जब्त, दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव

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