यूक्रेन की फ़ौज का कहना है कि उसका एक जवान मारा गया है और एक अन्य ज़ख़्मी हुआ है.

इस घटना पर यूक्रेन के प्रधानमंत्री आर्सेनिय यात्सेन्युक ने राजधानी कीएफ़ में में कहा कि क्राईमिया पर जारी विवाद अब सैन्य संघर्ष में बदल गया है. उन्होंने अमरीका और ब्रिटेन से मदद की अपील की है.

आर्सेनिय यात्सेन्युक ने कहा है, ''रूसी फ़ौज की हरक़तों की वजह से राजनयिक तनातनी ने अब सैन्य संघर्ष का रूप धारण कर लिया है. मैंने यूक्रेन के रक्षा मंत्री को आदेश दिया है कि वे रूस, अमरीका और ब्रिटेन के रक्षा मंत्रियों से फ़ौरन बात करें क्योंकि यही वो देश हैं, जिन्होंने यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता की गारंटी दी थी.''

इससे पहले, पुतिन ने संसद से कहा कि क्राईमिया 'हमेशा रूस का हिस्सा था' और उन्होंने एक 'ऐतिहासिक अन्याय' को दुरुस्त किया है.

क्राईमिया पर इस साल फ़रवरी के आख़िरी दिनों में रूसी सैनिकों ने तब नियंत्रण स्थापित कर लिया था, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति को सत्ता से अपदस्थ किया गया था.

रविवार को जनमत संग्रह के बाद सोमवार को क्राईमिया ने ख़ुद को यूक्रेन से आज़ाद घोषित कर दिया था.

मगर, यूक्रेन का कहना है कि वह इसे कभी मंज़ूर नहीं करेगा. वहीं अमरीका ने हेग में अगले हफ़्ते जी-7 समूह और यूरोपीय संघ की बैठक बुलाई है.

अमरीकी उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने पोलैंड में कहा कि क्राईमिया में रूस की भूमिका 'सैन्य घुसपैठ' वाली थी और रूस ने दरअसल 'ज़मीन पर क़ब्ज़ा' जमाया है.

संकट सैन्य स्तर पर

क्राईमिया में यूक्रेन के सैनिक का 'क़त्ल'

वहीं यूक्रेन के विदेश मंत्रालय का कहना है, ''हम क्राईमिया की तथाकथित आज़ादी या रूसी संघ में क्राईमिया के शामिल होने के तथाकथित समझौते को कभी नहीं कुबूलेंगे.''

यूक्रेन के अंतरिम प्रधानमंत्री आर्सेनिय यात्सेन्युक का कहना है कि क्राईमिया संकट अब राजनीतिक नहीं रहा बल्कि सैन्य स्तर पर पहुंच गया है.

जर्मनी और फ्रांस ने भी रूस-क्राईमिया संधि की भर्त्सना की है.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविज कैमरन के मुताबिक़, ''रूसी बंदूक़ों की नोक पर हुए शर्मनाक जनमत संग्रह की बुनियाद पर सीमाएं बदलने के लिए किया गया रूसी बल प्रयोग पूरी तरह अस्वीकार्य है.''

इससे पहले, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी संसद के एक विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "लोगों के दिलों की गहराई में क्राईमिया हमेशा से रूस का हिस्सा रहा है."

क्रेमलिन में संसद के विशेष सत्र में पुतिन ने सांसदों से आग्रह किया कि वह क्राईमिया के यूक्रेन से अलग होने और रूस में शामिल होने का समर्थन करें.

क्राईमियाई अधिकारियों का कहना है कि रविवार को क्राईमिया में हुए विवादित जनमत संग्रह में 97% लोगों ने यूक्रेन से अलग होने के लिए मतदान किया.

यूरोपीय संघ और अमरीका ने इस जनमत संग्रह को अवैध बताया था और प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था.

रूसी संसद में दिए गए पुतिन के ताज़ा बयान से यूक्रेन के मुद्दे पर जारी तनाव और बढ़ गया है.

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