decoy operation से पकड़ेंगे जाएंगे अल्ट्रासाउंड सेंटर्स

- पीसीपीएनडीटी एक्ट के लिए गठित कमेटी ने जिला स्तर पर टीम बनाने की तैयार की कार्ययोजना

पारुल सिंघल

मेरठ। प्रतिबंध के बावजूद अल्ट्रा साउंड केंद्रों में चोरी-छिपे भ्रूण लिंग जांच करने वालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग जिला स्तर पर ही डिकॉय ऑपरेशन की तैयारी कर रहा है। इसके लिए पीसीपीएनडीटी विभाग की ओर से गठित कमेटी ने टीम बनाने का प्रपोजल तैयार कर लिया है। 19 जून की बैठक में इसे पारित करवाया जाएगा।

ऐसे होगा ऑपरेशन

डिकॉय ऑपरेशन के तहत विभाग फेक कस्टमर बनाकर चिह्नित किए गए अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भेजेगा। इसमें ऐसी गर्भवती स्त्री को कस्टमर बनाया जाएगा जिसके दो बेटियां पहले से हो। ऐसी स्त्रियों के पतियों से भी संपर्क किया जाएगा। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से ऐसी स्त्रियों की सूची प्राप्त की जाएगी। गर्भवती महिला को अल्ट्रासाउंड केंद्र की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एक फोन दिया जाएगा। जिसमें ट्रैकिंग डिवाइस लगी होगी।

50 हजार मिलेगा इनाम

जिला स्तर पर ही डिकॉय कस्टमर को विभाग पीसीपीएनडीटी खाते से 50 हजार रुपए का पुरस्कार देने की भी योजना है। यही नहीं अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए 15 से 25 हजार तक धनराशि दी जा सकती है।

शहर में लगभग 183 अल्ट्रा साउंड सेंटर स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत हैं। इनमें से अनेक पर चोरी छिपे लिंग परीक्षण करने की सूचनाएं मिलती रहती हैं। हाल ही में हरियाणा की टीम ने अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापेमारी कर दो सेंटर्स को रंगे हाथ पकड़ा था।

जिला स्तर पर डिकॉय ऑपरेशन को मंजूरी मिलने के बाद पीसीपीएनडीटी एक्ट को लागू करने में तत्काल तेजी आएगी।

-डॉ। वीपी सिंह, सीएमओ