-एसडीएम सदर पर झूठ बोलने का आरोप लगाकर भड़के विधायक, एडीएम-एसपी सिटी के साथ मीटिंग रही बेनतीजा

-बोले जत्थेदार से नहीं बल्कि पुलिस की अप्लीकेशन पर कैंसिल की परमिशन

BAREILLY: उमरिया से खजुरिया ब्रह्मानान के कांविड़यों के संडे को निकलने को लेकर विवाद बढ़ गया है। अब माननीय और प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं। विधायक पप्पू भरतौल विवादित रूट से ही कांवड़ निकालने पर अड़े हैं तो प्रशासन कांवड़ न निकलने पर अड़ा है। सैटरडे सुबह डीएम-एसएसपी बिथरी चैनपुर थाना पहुंचे और समाधान निकालने के प्रयास किए तो शाम को विधायक पप्पू भरतौल खजुरिया में एसडीएम के न मिलने पर भड़क गए। विधायक गुस्से में कलेक्ट्रेट पहुंचे, लेकिन एसडीएम यहां नहीं बल्कि तहसील में मिले। यहां पहले से ही एडीएम सिटी और सीओ सिटी मौजूद थे। एसडीएम को सामने देखते ही विधायक भड़क गए और एसडीएम के सामने एक अप्लीकेशन फेंक दी और कहा कि जत्थेदार किशनलाल ने परमिशन के लिए अप्लाई ही नहीं किया था तो फिर परमिशन कैंसिल कैसे कर दी गई। इस दौरान एडीएम ई, एसपी सिटी और फिर सांसद धर्मेद्र कश्यप भी पहुंच गए। बंद कमरे में चली मीटिंग बेनतीजा रही।

एसडीएम पर चक्कर लगवाने का आरोप

विधायक पप्पू भरतौल चाहते हैं कि खजुरिया ब्रह्मानान के लोग उमरिया के रूट से ही कांवड़ लेकर निकलें, लेकिन एसडीएम सदर ने फ्राइडे को विवादित रूट से न निकलने को लेकर स्पष्ट कर दिया था। सैटरडे शाम को विधायक ने एसडीएम सदर को फोन लगाया तो एसडीएम ने खजुरिया में होने की बात कही। जिसके बाद वह अपने समर्थकों के साथ खजुरिया पहुंच गए। यहां पर काफी इंतजार के बाद जब एसडीएम नहीं मिले तो फोन किया गया। इस पर एसडीएम ने कर्मचारी नगर और फिर कलेक्ट्रेट में होने की बात कही। इस पर पप्पू भरतौल का पारा चढ़ गया। वह तुरंत कलेक्ट्रेट पहुंचे लेकिन यहां भी एसडीएम नहीं मिले। उसके बाद पता चला कि एसडीएम तहसील में हैं, जिसके बाद विधायक यहां पहुंच गए।

एडीएम सिटी ने कराया शांत

जब विधायक तहसील में पहुंचे तो यहां पहले से ही एडीएम सिटी ओपी वर्मा, सीओ सिटी कुलदीप कुमार मौजूद थे। विधायक ने एडीएम को ही सुनाना शुरू कर दिया। उन्होंने एसडीएम से कहा कि वह इतने बड़े हो गए हैं कि झूठ बोलेंगे। उन्होंने कहा कांवड़ निकले या न निकले उन्हें फर्क नहीं पड़ता। मैं विधायक से ज्यादा नहीं बन जाऊंगा लेकिन आप पर कार्रवाई हो जाएगी, क्योंकि आप धोखाबाजी करते हैं। इसी दौरान एसपी सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट, और सीओ सिटी सेकेंड भी पहुंच गए। किसी तरह से एडीएम सिटी ने विधायक को शांत कर बैठाया।

तो क्या पुलिस ने बनाई झूठी अप्लीकेशन

विधायक ने एसडीएम से कहा कि जब जत्थेदार किशनलाल ने परमिशन के लिए अप्लाई ही नहीं किया तो परमिशन कैसे दे दी गई। इस पर बताया गया कि जब फ्राइडे को मीटिंग हुई थी तो गांव वाले अप्लीकेशन लिख रहे थे। एसडीएम इसी दौरान पलटी मार गए और बोले कि उन्हें पुलिस ने अप्लीकेशन दी थी। बताया गया कि एसआई सुभाष ने अप्लीकेशन दी थी। विधायक ने पुलिसकर्मी के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा। यही नहीं किशनलाल को सामने पेश किया गया तो उसने कहा कि अप्लीकेशन फाड़ दी गई थी। इस पर एसडीएम ने पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की बात कही। एडीएम ने किशनलाल से इसकी एक अप्लीकेशन भी लिखवा ली।

नई परम्परा नहीं पड़ने दी जाएगी

उसके बाद सभी समर्थकों को कमरे से बाहर कर दिया गया। उसके बाद सांसद धर्मेद्र कश्यप भी पहुंच गए। सांसद ने भी समस्या का हल निकालने के लिए कहा, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका क्योंकि विधायक विवादित रूट से ही कांवड़ निकलाने पर अड़े थे और प्रशासन ने साफ कह दिया कि कोई नई परम्परा नहीं पड़ने दी जाएगी। उमरिया के रास्ते कांवडि़ये नहीं जाएंगे, किसी दूसरे रूट से जा सकते हैं, जिसके बाद विधायक और सांसद वहां से निकल लिए। वहीं प्रशासन ने रात में सीएम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का भी हवाला देते हुए कहा कि कोई भी नई परम्परा नहीं पड़ने दी जाएगी। कोई भी विवाद नहीं होने ि1दया जाएगा।

उमरिया के रास्तों पर बैरीकेडिंग

विवादित रूट से कांवड़ निकलने को लेकर पुलिस ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है। उमरिया के जाने वाले रास्तों पर जगह-जगह बैरीकेडिंग कराई गई है, जिसकी वजह से यदि कोई भी कांवडि़ये या अन्य लोग जत्था लेकर निकले तो उन्हें रोका जाएगा। विवाद रोकने के लिए करीब 200 से अधिक सिपाही, एक कंपनी पीएसी व अधिकारियों की फोर्स को लगाया जा रहा है। डीएम-एसएसपी भी इसी को लेकर बिथरी चैनपुर थाना पहुंचे थे और साफ कहा गया कि विवादित रूट से कांवड़ न निकाली जाए।

-फरीदापुर इनायत, सिमरा, खजुरिया ब्रह्मानान और उमरिया समेत 6 स्थानों पर बैरीकेडिंग

-200 पुलिसकर्मियों व 1 कंपनी पीएसी लगाई गई

-एडीएम व एएसपी रहेंगे मौजूद

उमरिया से कभी कांवडि़ये नहीं निकले हैं। जो एसडीएम का सुबह डिसीजन था, वही डिसीजन रहेगा। कोई भी विवाद करेगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

वीरेंद्र कुमार सिंह, डीएम बरेली