Classic play

शोख अदाएं और उमराव जान का अनोखा अंदाज देखने लायक रहा। एक बार फिर पुराने जमाने का दौर ताजा हो गया। दर्शकों में इतना जज्बा था कि संत गाडगे हॉल में जगह ही नहीं बची। खड़े होकर और सीढि़यों पर बैठकर लोगों ने इस नृत्य नाटिका का मजा लिया। हिन्दी-उर्दू साहित्य अवॉर्ड कमेटी के रजत जयंती अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक सम्मेलन के दूसरे दिन दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी। एक्ट्रेस नीतू चन्द्रा ने उमराव जान के किरदार में जान फूंक दी। उनकी हर अदायगी पर तालियों की बौछार गिर पड़ीं। इस नृत्य नाटिका का निर्देशन हिदायत सामी ने किया। इससे पहले वाल्मीकि प्रेक्षागृह में हरिवंश राय बच्चन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर संगोष्ठी में गोपाल दास नीरज ने विचार पेश किए।