रोम से बीबीसी के डेविड विली के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र के इस संगठन के विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल बर्ड फ़्लू का एक नई किस्म का वायरस चीन और वियतनाम में सामने आया है जिसपर वर्तमान टीकों पर कोई असर नहीं होता है।

बर्ड फ़्लू से विश्व में हाल में कंबोडिया में मौत हुई है। कंबोडिया में इस साल इस कारण से आठ लोग मारे गए हैं। वियतनाम का पशुपालन विभाग अत्यधिक सतर्कता बरत रहा है और 'हाई अलर्ट' पर है।

एफ़एओ का कहना है कि वियतनाम में बर्ड फ़्लू के फ़ैलने से कंबोडिया, थाईलैंड, मलेशिया को सीधा ख़तरा है। इसी के साथ कोरियाई प्रायद्वीप और जापान भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बर्ड फ़्लू का एच-5-एन-1 वायरस पहली बार वर्ष 2003 में सामने आया था और अब तक इससे 331 लोग मारे गए हैं।

पूरे विश्व में वर्ष 2003 से 2006 तक बर्ड फ़्लू की रोकथान के लिए 40 करोड़ पशु-पक्षियों का सामूह तौर पर मार दिया गया जिससे लगभग 20 अरब डॉलर का नुक़सान हुआ। ये बीमारी वर्ष 2006 में अपने चरम पर पहुँची और फिर इसका 63 देशों से सफ़ाया किया गया।

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