- त्योहार पर घर जाने वालों को बस में नहीं मिल पा रही सीट

- यूपी रोडवेज की तैयारियां नहीं आई काम, पैसेंजर्स हो रहे परेशान

GORAKHPUR: दिवाली पर पैसेंजर्स की भीड़ का अंदाजा पहले ही यूपी रोडवेज को था लेकिन इसके बाद भी तैयारियां सही तरीके से नहीं किए जाने के कारण पैसेंजर्स को प्रॉब्लम हो रही है। इस समय लोग घर जाने के लिए परेशान हैं लेकिन बस में सीट नहीं मिल पा रही। डिपो में बसों की कमी पड़ गई है। जो बसे हैं, उनमें लोग ठूस-ठूसकर यात्रा करने को मजबूर हैं। सबसे अधिक दिक्कत लोक रूट पर है। देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज रूट पर बसों की जबरदस्त शॉर्टेज है। लोगों को बस के लिए डिपो में घंटों वेट करना पड़ रहा है।

अधिकारियों के दावे फुस्स

यूपी रोडवेज गोरखपुर रीजन के आरएम सुग्रीव कुमार राय ने दावा किया था कि दिवाली के मौके पर बस स्टेशन पर होने वाली भीड़ के लिए 36 से अधिक एक्स्ट्रा बसें लोकल रूट पर चलाई जाएंगी। लेकिन गोरखपुर डिपो पर बस में सीट के लिए मची मारामारी को देखकर रोडवेज के दावों की हवा निकल रही है। बसों की किल्लत पिछले तीन दिन से बनी हुई हैं। शुक्रवार की रात और शनिवार के पूरे दिन कुशीनगर, देवरिया और महाराजगंज रूट पर जाने वाले पैसेंजर्स बस में सीट के लिए जूझते रहे।

बिहार जाने वालों को अधिक दिक्कत

यूं तो सूरत, दिल्ली, गुजरात और पंजाब से कमाकर लौटने वाले सभी यात्रियों को गोरखपुर से अपने घर जाने वाली बस में सीट के लिए धक्कामुक्की करनी पड़ रही है लेकिन सबसे अधिक दिक्कत बिहार जाने वाले लोगों को हो रही है। पिछले महीने यूपी रोडवेज का दावा था कि गोरखपुर से बिहार के लिए कुल 6 बसों का संचालन किया जाएगा, लेकिन अब तक इस रूप पर एक भी बस नहीं चलाई गई। इस कारण बिहार के पैसेंजर्स पूरी तरह प्राइवेट बसों पर ही डिपेंड हैं। बस डिपो में बिहार के लिए कोई बस नहीं मिलने के कारण पैसेंजर्स को एक किमी। का सफर तय कर पांडेय पेट्रोल पंप के पास जाकर प्राइवेट बस पकड़ना पड़ रहा है। ये बसें भी भीड़ के लिहाज से काफी कम हैं। शनिवार को तो इन बसों में लोग ऊपर तक लदकर गए।

बसों की संख्या

गोरखपुर डिपो - 90

देवरिया डिपो - 96

राप्तीनगर डिपो - 23

बस्ती डिपो - 09

सिद्धार्थनगर डिपो - 01

पड़रौना डिपो - 05

निचलौल डिपो - 03

टोटल - 227

कोट्स

मैं पिछले ढाई घंटे से पडरौना जाने के लिए बस का इंतजार कर रही हूं, लेकिन एक भी बस नहीं है। इंक्वायरी ऑफिस पर तैनात कर्मचारियों से पूछे जाने पर वे बस का इंतजार करने का भरोसा देते हैं।

- शालिनी, पैसेंजर

यूपी रोडवेज को दीवाली के मौके पर अतिरिक्त बसों का संचालन करना चाहिए था। यूपी रोडवेज केवल दावे करता है, हकीकत में वह हर बार फुस्स ही रहता है।

- रमेश गुप्ता, पैसेंजर

वर्जन

सुग्रीव राय, आरएम, यूपी रोडवेज गोरखपुर