यह था मामला
सुभाष नगर गली नंबर एक में रहने वाले राकेश कौशिक के सोलह साल के बेटे करण कौशिक का उसके दोस्तों ने मर्डर कर दिया था। जिसकी बॉडी को कातिलों ने कत्ल के बाद कब्रिस्तान में दफना दिया। झगड़ा मोबाइल के पैसों को लेकर था। इसका परिणाम एक छात्र को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा। जिसको लेकर पास में मौजूद सुभाष नगर के लोगों और पूर्वा शेखलाल के बीच तनाव का माहौल रहा। रातभर पुलिस फोर्स सड़कों पर खड़ी पहरा देती रही.
सुबह तेज रही अफवाहें
मृतक छात्र करण का पीएम रात को ही करा दिया गया था। इसके बाद सुबह सात बजे उसकी बॉडी को अंत्येष्टि के लिए सूरजकुंड पर ले जाया गया। जिसमें लोगों की जबरदस्त भीड़ थी। साथ में पुलिस फोर्स भी बड़ी संख्या में थी। पुलिस को शंका थी कि कहीं भीड़ भड़क ना जाए। ऐसे में एहतियातन पहले ही बंदोबस्त किए गए थे। सूरजकुंड पर भीड़ का गुस्सा साफ दिखाई दिया। जहां मीडियाकर्मियों को फोटो खींचने से साफ मना कर दिया। अंत्येष्टि के बाद भी पुलिस फोर्स पब्लिक को घर तक छोडऩे आई.
अफवाहों ने लगाया कफ्र्यू
मामला दो संप्रदाय के लोगों का होने के कारण अफवाहों का जोर तेज रहा। शुक्रवार की सुबह जहां लोगों को दुकानें खोलकर अपनी रोजी रोटी के लिए काम करना था कोई दिखाई ही नहीं दिया। दुकानों के शटर नीचे ही रहे। पुलिस ने भी एहतियातन बाजार को खुलने नहीं दिया। पूरे शहर में मानो अघोषित कफ्र्यू दिखाई दे रहा था। उधर सुभाष नगर के पास मौजूद पूर्वा शेखलाल स्थित मस्जिद में तनाव के चलते नमाज भी नहीं हुई। वहीं हापुड़ अड्डे पर मौजूद मस्जिद में नमाज संगीनों के साएं में अदा की गई। पुलिस फोर्स और पैरा मिलेट्री तैनात रही.
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शहर में बंद रहे वाहन
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पहले ही स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे। बड़े वाहनों को शहर के अंदर से एकदम बंद कर दिया गया था। ईव्ज चौराहे पर बैरियर लगा दिए गए थे। उधर गाडिय़ां सोहराब गेट बस अड्डे तक ही जा रही थीं। जो गाड़ी आगे जा रही थी वह गांधी आश्रम से अंदर की ओर मुड़ कर जा रही थी। इसके चलते शहर में वाहनों का आवागमन एकदम बंद रहा। बस दुपहिया वाहन और रिक्शे ही चलते दिखाई दिए.

यह था मामला
सुभाष नगर गली नंबर एक में रहने वाले राकेश कौशिक के सोलह साल के बेटे करण कौशिक का उसके दोस्तों ने मर्डर कर दिया था। जिसकी बॉडी को कातिलों ने कत्ल के बाद कब्रिस्तान में दफना दिया। झगड़ा मोबाइल के पैसों को लेकर था। इसका परिणाम एक छात्र को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा। जिसको लेकर पास में मौजूद सुभाष नगर के लोगों और पूर्वा शेखलाल के बीच तनाव का माहौल रहा। रातभर पुलिस फोर्स सड़कों पर खड़ी पहरा देती रही।

सुबह तेज रही अफवाहें
मृतक छात्र करण का पीएम रात को ही करा दिया गया था। इसके बाद सुबह सात बजे उसकी बॉडी को अंत्येष्टि के लिए सूरजकुंड पर ले जाया गया। जिसमें लोगों की जबरदस्त भीड़ थी। साथ में पुलिस फोर्स भी बड़ी संख्या में थी। पुलिस को शंका थी कि कहीं भीड़ भड़क ना जाए। ऐसे में एहतियातन पहले ही बंदोबस्त किए गए थे। सूरजकुंड पर भीड़ का गुस्सा साफ दिखाई दिया। जहां मीडियाकर्मियों को फोटो खींचने से साफ मना कर दिया। अंत्येष्टि के बाद भी पुलिस फोर्स पब्लिक को घर तक छोडऩे आई।

अफवाहों ने लगाया कर्फ्यू
मामला दो संप्रदाय के लोगों का होने के कारण अफवाहों का जोर तेज रहा। शुक्रवार की सुबह जहां लोगों को दुकानें खोलकर अपनी रोजी रोटी के लिए काम करना था कोई दिखाई ही नहीं दिया। दुकानों के शटर नीचे ही रहे। पुलिस ने भी एहतियातन बाजार को खुलने नहीं दिया। पूरे शहर में मानो अघोषित कफ्र्यू दिखाई दे रहा था। उधर सुभाष नगर के पास मौजूद पूर्वा शेखलाल स्थित मस्जिद में तनाव के चलते नमाज भी नहीं हुई। वहीं हापुड़ अड्डे पर मौजूद मस्जिद में नमाज संगीनों के साएं में अदा की गई। पुलिस फोर्स और पैरा मिलेट्री तैनात रही।

शहर में बंद रहे वाहन
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पहले ही स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे। बड़े वाहनों को शहर के अंदर से एकदम बंद कर दिया गया था। ईव्ज चौराहे पर बैरियर लगा दिए गए थे। उधर गाडिय़ां सोहराब गेट बस अड्डे तक ही जा रही थीं। जो गाड़ी आगे जा रही थी वह गांधी आश्रम से अंदर की ओर मुड़ कर जा रही थी। इसके चलते शहर में वाहनों का आवागमन एकदम बंद रहा। बस दुपहिया वाहन और रिक्शे ही चलते दिखाई दिए।