RANCHI : आंधी-पानी के दौरान न तो बिजली गुल होगी और न ही हुकिंग के जरिए बिजली चोरी की जा सकेगी। बिजली के तार अब जमीन के अंदर से गुजरेंगे। झारखंड बिजली वितरण निगम की ओर से राजधानी के 112 किमी परिधि में अंडर ग्राउंड तार बिछाने का काम जून माह से शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में तुपुदाना, अशोक नगर और डोरंडा इलाके में अंडर ग्राउंड केबलिंग की जा रही है। इसपर करीब 375 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

दो साल में पूरा होगा काम

रांची सर्किल के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर अजीत कुमार ने बताया कि इस साल दिसंबर महीने तक पहले फेज के अंडर ग्राउंड केबलिंग का काम पूरा हो जाने की उम्मीद है, जबकि दो साल में पूरी राजधानी में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा। पहले चरण में डोरंडा कुसई सब-स्टेशन को 33 केवी मेकन सब-स्टेशन से जोड़ा जा रहा है कुसई कॉलोनी में 4.4 किमी लंबी रूट में जमीन के लगभग 1.6 मीटर नीचे तार बिछाई जा रही है।

केबल फॉल्ट रोकने की पहल

बिजली वितरण निगम के मुताबिक, अंडर ग्राउंड तार बिछाने के लिए नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। दरअसल, जमीन के अंदर तार बिछाने की स्थित में ज्वाइंटर में फॉल्ट आने की सबसे ज्यादा आशंका बनी रहती है। ऐसे में इस तरह की गड़बडि़यां नहीं हो, इसके लिए सभी ज्वाइंटर के पास मार्कर भी लगाए जा रहे हैं, ताकि किसी तरह की खराबी आने पर उसे डिटेक्ट कर तत्काल मरम्मत की जा सके।

चार साल लग गए सिर्फ काम शुरू करने में

राजधानी रांची में अंडर ग्राउंड बिजली के तार बिछाने की योजना को 2013 में ही स्वीकृति मिली थी, लेकिन सिर्फ काम शुरू करने में ही बिजली वितरण निगम को चार साल लग गए। पिछले साल अप्रैल में जहां अंडर ग्राउंड केबलिंग की औपचारिकताएं पूरी कर इसका टेंडर पॉली कैब एजेंसी को दिया गया था। इस एजेंसी के साथ हुए एग्रीमेंट के तहत, इस साल मार्च तक कम से कम 70 परसेंट और अगले साल मार्च तक अंडर केबलिंग का पूरा काम हो जाना था, लेकिन स्थिति यह है कि काम इस साल मार्च में शुरू हो पाया है।

अंडर ग्राउंड केबलिंग के फायदे

बाधित नहीं होगी बिजली आपूर्ति

अगर किन्हीं वजहों से किसी किसी सब-स्टेशन से बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है तो तुरंत दूसरे स्त्रोत से बिजली की आपूर्ति की जा सकेगी। इससे बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

लोकल फॉल्ट की दूर होगी समस्या

अंडर ग्राउंड केबलिंग से बिजली वितरण में गुणात्मक सुधार होगा। लोगों को लोकल फ ॉल्ट की समस्या से मुक्ति मिलेगी। अगर कहीं लोकल फॉल्ट होगा तो उसकी तुरंत मरम्मत हो सकेगी।

आंधी-पानी में गुल नहीं होगी बिजली

जमीन के अंदर से बिजली तार गुजरने पर आंधी-पानी के दौरान बिजली गुल होने की आशंका पूरी तरह खत्म हो जाएगी। लोगों को इस दौरान निर्बाध बिजली मिल सकेगी। हवा अथवा भारी बारिश के कारण बिजली आपूर्ति नहीं रुकेगी।

बिजली की रुकेगी चोरी

अंडर ग्राउंड केबलिंग से हुकिंग नहीं की जा सकेगी, जिस कारण बिजली की चोरी पूरी तरह रूक जाएगी। इससे बिजली का लॉस भी कम हो जाएगा और आपूर्ति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।