RANCHI : अरगोड़ा थाना क्षेत्र के पुंदाग स्थित बजरा नदी के पास से प्लास्टिक के बोरे में मिली एक युवती के शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। सोमवार को शव की पहचान के सिलसिले में सुखदेवनगर के रहनेवाले दो फैमिली मेंबर्स रिम्स के पोस्टमार्टम रूम आए, पर कोई भी शव की पहचान नहीं कर सका। रिम्स के पोस्टमार्टम रूम में आनेवाले ये वैसे लोग थे, जिनके घरों से उनकी लाडली लापता है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले चार महीने के दौरान शहर से एक दर्जन युवतियां लापता हैं, जिनकी तलाश उनके फैमिली मेंबर्स कर रहे हैं।

युवती की मिली थी डेड बॉडी

अरगोड़ा पुलिस ने बजरा नदी के पास से एक युवती की डेड बॉडी संडे को बरामद की थी। डेड बॉडी बोरे में बंद थी। पुलिस ने डेड बॉडी का पोस्टमार्टम कराया तो रिपोर्ट में उसके गला दबाकर हत्या किए जाने की बात सामने आई। पुलिस को आशंका है कि युवती की हत्या कहीं और कर डेड बॉडी को पुंदाग स्थित बजरा नदी के पास फेंक दिया गया।

अबतक मिल चुके हैं 60 शव

इस साल जनवरी से लेकर 25 मई तक रांची में 60 ऐसी शव बरामद किए जा चुके हैं, जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। इन शवों में से 11 महिलाओं व युवतियों की है, जबकि बाकी 49 शव पुरूषों के हैं। अननोन डेड बॉडीज ज्यादातर रेलवे ट्रैक के पास से मिलते हैं। हटिया जीआरपी और रांची जीआरपी के रिकॉर्ड के मुताबिक, सबसे अधिक शवों को यहीं से पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाता है।