-परमार्थ निकेतन शिविर में पधारे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने विश्व शांति हेतु किए जा रहे यज्ञ में दी आहूतियां

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PRAYAGRAJ: कुंभ मेला पूर्ण हो इससे पहले जल संसद का आयोजन हो ताकि जल चेतना जन चेतना बने। इससे बड़ा कोई अवसर नहीं हो सकता जहां पूरा भारत उपस्थित हो। यह बात स्वामी चिदानंद ने शुक्रवार को सेक्टर-18 अरैल स्थित परमार्थ निकेतन में कही। वह जन संसाधन, नदी विकास व जल संरक्षण केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ नदियों को स्वच्छ रखने संबंधी विषय पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वास्तव में हम प्रयाग में लघु भारत को देख रहे हैं, साथ ही यहां पर समाज को नई दिशा और चेतना देने वाले पूज्य संत यहा विद्यमान हैं, सभी अखाड़े यहा आए हुए हैं। कहा कि परमार्थ निकेतन, गंगा एक्शन परिवार और ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस, सरकार के साथ मिलकर कार्य करेंगे। मौके पर उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और गृहराज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर भी उपस्थित रहे। सभी ने विजय दरडा, नमामि गंगे के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा, निहारिका राय एवं अन्य उच्चाधिकारियाें के साथ परमार्थ निकेतन के टॉयलेट कैफेटेरिया का अवलोकन कर सराहना की।

जल संसद के सुझाव को बताया महत्वपूर्ण

स्वामी चिदानंद ने केंद्रीय मंत्री गडकरी प्लास्टिक बॉटल मुक्त कुंभ से जुड़े पी लो पानी प्रोजेक्ट से परिचित कराया। बताया कि मेला एरिया में सौ अधिक वाटर एटीएम लगाए हैं। उधर केंद्रीय मंत्री ने स्वामी चिदानंद के जल संसद आयोजन के सुझाव को महत्वपूर्ण बताया है। स्वामी जी ने नितिन गडकरी सहित सभी उच्चाधिकारियाें ने जल संरक्षण हेतु वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी सम्पन्न की। यह सेरेमनी परमार्थ निकेतन की अनुपम परम्परा है जिसका उद्देश्य विश्व स्तर पर सभी को स्वच्छ जल की आपूर्ति होना है। इस दौरान नितिन गडकरी ने डिप्टी सीएम व गृह राज्य मंत्री के साथ विश्व शांति यज्ञ में शामिल होकर आहूतियां भी दीं।