-अपने दो भतीजों के साथ पहुंचीं संगम, किसी से नहीं की कोई बात

-कुछ दिन पहले मार्ग दुर्घटना में घायल हो गए थे स्वामी प्रसाद लोधी

ALLAHABAD: केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती शुक्रवार को बडे़ भाई की अस्थियां लेकर संगम पर पहुंची। अपने दो भतीजों के साथ उन्होंने अस्थियां प्रवाहित कीं। इस दौरान उन्होंने किसी से कोई बात नहीं की। अस्थि विसर्जन के दौरान वह भावुक जरूर रहीं। बता दें कि उनके पितातुल्य बड़े भाई स्वामी प्रसाद लोधी कुछ दिन पहले मार्ग दुर्घटना में घायल हो गए थे।

ध्यान की मुद्रा में बैठी रहीं उमा

शुक्रवार को कुछ देर सर्किट हाउस में आराम के बाद उमा भारती संगम पहुंची थीं। वीआईपी घाट से स्टीमर के जरिए उमा और उनके दोनों भतीजे नील व राहुल भी संगम पहुंचे। यहां तीर्थ पुरोहितों ने मंत्रोच्चार के बीच पूजन किया। इस दौरान पूजन में उमा ध्यान की मुद्रा में बैठी रहीं। मीडिया से उन्होंने इस मुद्दे पर कोई बात नही की। बता दें कि उमा के बड़े भाई स्वामी प्रसाद लोधी 72 साल के थे। वह विधायक रह चुके थे। एक्सीडेंट के बाद वह कोमा में चले गए थे। यही कारण था कि लंबे समय तक उनका स्वास्थ्य सुधार नही हुआ और हाल ही में उनकी मृत्यु हो गई।

उमा के पालन-पोषण में थी अहम भूमिका

जानकारी के मुताबिक उमा भारती के पालन-पोषण में उनके बड़े भाई का अहम योगदान था। यही कारण रहा कि एक्सीडेंट के बाद उनके इलाज का जिम्मा खुद उमा भारती ने संभाला था। संगम पर तीर्थपुरोहित अनूप त्रिपाठी के आचार्यत्व में बनवारी लाल पाठक प्रवीण पाठक, सुधांशु पांडेय ने पूजन कराया। स्वामी प्रसाद के पुत्र नील माधव ने पूजन किया। पूजन के बाद तीनों लोगों ने मिलकर अस्थियां संगम में प्रवाहित की। दोपहर में उमा भारती ने दारागंज स्थित नागवासुकी मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इस दौरान पूर्व उपमहापौर अनामिका चौधरी, कैप्टन सुनील निषाद मौजूद रहे।