-ओडीएफ प्लस पायलट प्रोजेक्ट के लिए तीन गांव का चयन

ALLAHABAD: झूंसी में चौपाल के कल्पना को साकार किया है। झूंसी तपस्वियों की भूमि है और यहां पर गंगा पर गंगा के साधकों ने तपस्या की है। यह बात केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कही। वह मंगलवार को झूंसी रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित गंगा चौपाल कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि गंगा को निर्मल एवं अविरल बनाने के भारत एवं राज्य सरकार के संकल्प को दोहराया जा रहा है। कहा कि इस संकल्प में जन सामान्य का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है।

स्वीकृत हुई 60 लाख की योजनाएं

उमा भारती ने कहा कि ओडीएफ प्लस के पायलट प्रोजेक्ट के लिए इलाहाबाद के तीन गांवों को शामिल किया गया है। जिनमें ग्राम ककरा उपरहार, लाक्षागृह और सिंगरौर उपरहार शामिल हैं। उन्होंने गांवों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन योजना के तहत चिंहित किए गए गांवों में प्रत्येक के लिए 20 लाख रुपए से स्वीकृत योजना का शिलान्यास किया। इस तरह तीनों गांवों में 60 लाख रुपए की स्वीकृत एवं तरह अपशिष्ट प्रबंधन योजना के तहत काम किया जाएगा।

ओडीएफ घोषित होगा प्रदेश

पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयास से ओडीएफ कार्य को शुरू किया गया है। इन कार्यो को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का संकल्प लिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उप्र को दो अक्टूबर 2018 तक ओडीएफ घोषित करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कि जो गांव ओडीएफ हो गए हैं। उन गांवों में अन्य गंदगी दूर करने के लिए ओडीएफ प्लस कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उमा भारती ने इस मौके पर अपनी दांडी गांव की यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस गांव में सफाई व्यवस्था बेहतर मिली थी। इस मौके पर विधायक हर्षव‌र्द्धन बाजपेई, प्रवीण पटेल, विक्रमाजीत मौर्य के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति और अधिकारी उपस्थित रहे।