-छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी की वार्षिक परीक्षाएं 5 मार्च से

-17 कॉलेजों के छात्र-छात्राएं दूसरे महाविद्यालयों में परीक्षा देने जाएंगे

KANPUR : छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी की वार्षिक परीक्षा में 17 कॉलेजों के परीक्षा केंद्र बदले जाएंगे। इन कॉलेजों में स्टूडेंट्स की संख्या 100 से कम है। इन कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के सेंटर पास के ही किसी महाविद्यालय में डाला जाएगा। यूनिवर्सिटी की बैक पेपर परीक्षा व स्क्रूटनी में पास होने वाले छात्र-छात्राओं को वार्षिक परीक्षा में शामिल होने का ग्रीन सिग्नल परीक्षा समिति की सोमवार को होने वाली अहम बैठक में लिया गया है। इसके लिए कॉलेजों की लॉगइन 5 दिन के लिए खोल दी जाएगी। यूनिवर्सिटी की इस परीक्षा में रेगुलर 12 लाख 40 हजार छात्र छात्राएं 5 मार्च से होने वाली परीक्षा में शिरकत करेंगे।

दो कॉलेजों के छात्र नकल के दोषी

सीएसजेएमयू के परीक्षा नियंत्रक राज बहादुर यादव ने बताया कि सैनिक लॉ कॉलेज इलाहाबाद के दो एलएलबी छात्र और सुखदेव वर्मा विधि महाविद्यालय चकेरी के तीन छात्रों को नकल का दोषी पाया गया है। इन छात्रों ने जुलाई में परीक्षा दी थी। यूनिवर्सिटी की परीक्षा में 1 हजार 28 कॉलेजों के छात्र बैठेंगे। खास बात यह है कि इस पर रेगुलर व प्राइवेट एग्जाम एक साथ कराए जा रहे हैं। प्राइवेट परीक्षा में 88 हजार छात्र छात्राएं परीक्षा देंगे। प्राइवेट छात्रों की परीक्षाएं 87 परीक्षा केंद्रों में कराइर्1 जाएगी।

मार्कशीट न देने पर मुहर लगी

यूनिवर्सिटी दो जिलों में सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों को भी परीक्षा केंद्र बना रही है। सीतापुर और लखीमपुर खीरी में सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया जा रहा है। कमेटी की मीटिंग में बीए, बीकॉम, बीएससी के फ‌र्स्ट इयर सेकेंड इयर की मार्कशीट न देने पर मुहर लगा दी है। इसके अलावा पीजी फ‌र्स्ट इयर की मार्कशीट स्टूडेंट्स को नहीं मिलेगी। दीन दयाल उपाध्याय विधि महाविद्यालय सैदाबाद की एलएलएबी की पहले दिन की परीक्षा निरस्त कर दी गई है।

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पहले सीसीटीवी लगाओ फिर एग्जाम

बीएएमएस व बीयूएमएस की 11 फरवरी से होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। अहम बात यह थी कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इन कॉलेजों को सीसीटीवी कैमरे लगाने के फरमान जारी किया था। जिस पर 28 में से सिर्फ 12 कॉलेजों ने ही अमल किया है। अन्य 16 कॉलेजों को 16 फरवरी तक टाइम दिया गया है कि वह सीसीटीवी कैमरे अपने कॉलेज में स्टाल करा लें। इसके बाद ही यूनिवर्सिटी प्रशासन परीक्षा कार्यक्रम तय करेगा।