-75 सेंटर पर चौकसी के लिए आरयू ने फ्लाइंग स्क्वॉयड की महज तीन टीमें ही गठित की हैं

BAREILLY: आरयू के एग्जाम व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। एक तो इंप्रूवमेंट एग्जाम के लिए जरूरत से ज्यादा सेंटर्स बना दिए। अधिकांश को सेल्फ सेंटर बनाया गया है। स्टूडेंट्स अपने ही कॉलेज में एग्जाम दे रहे हैं। ऊपर से इनपर चौकसी रखने के लिए आरयू ने नाम मात्र की टीम बनाई है। नकल विहीन परीक्षा कराने का दावा करने वाले आरयू ने कॉलेज के ऊपर ही नकल रोकने का जिम्मा छोड़ दिया है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि कॉलेज अपने ही स्टूडेंट्स को नकल करने से रोक भी पाएंगे।

87 हजार स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड हुए हैं

इंप्रूवमेंट एग्जाम के लिए आरयू ने इस बार 75 सेंटर बनाए हैं। जो लास्ट ईयर के मुकाबले 30 सेंटर ज्यादा हैं। वहीं इस एग्जाम के लिए करीब 87 हजार स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड हुए हैं। जितने भी सेंटर बनाए गए हैं उनमें से अधिकांश सेल्फ सेंटर हैं। सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज को भी सेल्फ सेंटर बनाया गया है। बरली में 12 सेंटर बनाए गए हैं। जिनमें से आधे सेल्फ फाइनेंस कॉलेज तो सेल्फ सेंटर हैं। अब आरयू की चौकस व्यवस्था पर नजर डालिए। 75 सेंटर पर चौकसी के लिए आरयू ने फ्लाइंग स्क्वॉयड की महज तीन टीमें ही गठित की हैं। अब तीनों टीमों पर दो मंडलों के कॉलेजेज में एग्जाम कंडक्ट कराने की जिम्मेदारी है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुट्ठी भर शिक्षकों की टीम नकल रोकने पर कितना लगाम लगाएंगे। सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज अपने ही स्टूडेंट्स पर सख्ती कर पाएंगे यह बात बेमानी लगता है।

बीसीबी में इंटर्नल स्क्वॉयड की पूरी फौज

आरयू से इतर बीसीबी में एक अलग ही नजारा है। यहां पहली बार इंटर्नल फ्लाइंग स्कॉवयड की पूरी फौज तैयार की गई है। कई टीमें बनाई गई हैं। हर बार एग्जाम में बनते हैं। लेकिन इस बार हर टीम में 20 से ज्यादा टीचर्स लगाए गए हैं। कोई भी एक टीम भी यदि क्लास में घुसती है तो सभी स्टूडेंट्स ताकने लगते हैं। दो पालियों में परीक्षा है। हर पाली के सुपरीटेंडेंट और असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट के अंडर में ये सभी टीमें बनाई गई हैं। यही नहीं प्रिंसिपल के साथ भी प्रमुख टीचर्स की टीमें चल रही हैं। उनकी संख्या भी 20 से कम नहीं है। दरअसल एग्जाम में बीसीबी को पांच और कॉलेजेज का सेंटर बनाया गया है। जिसमें खुसरो, बाबा रामदास, शिवज्ञान, उत्कर्ष और सृजन शामिल हैं। इनमें अधिकांश कॉलेज के स्टूडेंट्स एग्जाम में अराजकता फैलाने के लिए चर्चित हैं। ऐसे में कॉलेज ने इस बार अपनी टीम का बल बढ़ाकर स्टूडेंट्स के मन में डर बिठाने की कोशिश की है।