हमें क्यों छोड़ दिया पीछे?

यह सवाल एसएन मेडिकल कालेज विवि से लगातार पूछ रहा है। दीक्षांत समारोह में मेडिकल कॉलेज की आकांक्षा गुप्ता को सबसे ज्यादा मेडल्स मिलने की बात थी। लेकिन यह हक इस बार कानपुर के रामा मेडिकल कॉलेज की कुसुम गुप्ता को दिया जा रहा है। इस बात का फैसला होते ही मेडिकल कालेज में सुगबुगाहट शुरू हो गई थी।

कई बार हो चुकी हैं मीटिंग्स

यूनिवर्सिटी के इस फैसले के बाद से मेडिकल कॉलेज में कई बार मीटिंग्स हो चुकी हैं। सभी प्रोफेसर्स हैरान हैं और लगातार यूनीवर्सिटी के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। लेकिन यूनीवर्सिटी अपना फैसला चेंज करने को तैयार नहीं है। कॉलेज के वर्किंग प्रिंसीपल डॉ। अजय अग्रवाल यूनीवर्सिटी को लैटर भी लिख चुके है।

वीसी से मिलेंगे प्रिंसीपल

अब डॉ। अग्रवाल वीसी से मिलने की योजना बना रहे है। उन्हें एसएनएमसी के अब तक के इतिहास से अवगत कराएंगे। कितनी बार मेडिकल कॉलेज को यह सम्मान मिला है। इसका भी हवाला देंगे। एसएनएमसी के लिए यह प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। वे किसी भी कीमत पर इस प्रतिष्ठा को खोना नहीं चाहते है.

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