यंगस्टर्स की दिनचर्या की लाइफलाइन बन चुके एसएमएस पर लिमिटेशन की जंजीर उनको रास नहीं आ रही है। उनका कहना है कि एसएमएस के एक नहीं कई फायदे हैं। 26 सितंबर की रात से ट्राई ने अनवांटेड कॉल्स पर बैन लगाने के साथ ही एक सिम से एक दिन में 100 से अधिक एसएमएस भेजने पर भी रोक लगा दी है। अभी टेलीकॉम कम्पनीज को ये नहीं मालूम है कि एक सिम से 100 एसएमएस से अधिक नहीं भेजे जा सकेंगे या फिर 100 एसएमएस के बाद चार्जेस लगेगा.

Time pass का भी source

मोबाइल यूजर्स के मुताबिक एसएमएस कम्यूनिकेशन का चीप और बेस्ट सोर्स है। इससे टाइम पास भी हो जाता है। फ्रेंड्स को कॉल नहीं करने के बाद भी आपस में कम्यूनिकेशन रखा जा सकता है। फिलहाल ज्यादातर मोबाइल यूजर्स को ट्राई का ये फैसला पसंद नहीं आया है.

इनको लगा झटका

अब तक मोबाइल यूजर्स डिफरेंट कम्पनीज के एसएमएस पैक लेने के बाद एक दिन में 100 से ज्यादा ग्रुप एसएमएस करते थे। ऑफिस की इम्पॉर्टेंट इंफॉर्मेशन के साथ ही इम्प्लाइज जरूरी डिटेल्स भी लिखकर फॉवर्ड करते थे। यही नहीं जोक्स भेजने में तो यंगस्टर्स एसएमएस का काफी यूज करते थे। करके एक दूसरे से कनेक्ट रहते थे। लेकिन, अब हर छोटे बड़े काम के लिए मोबाइल यूजर्स के पास सिर्फ कॉल करने का ही ऑप्शन बचा है। एक तरफ कुछ मोबाइल यूजर्स 100 से अधिक एसएमएस पर रोक लगने से परेशान हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ स्टूडेंट्स फ्रेंड्स और रिलेटिव्स के अनचाहे एसएमएस से छुटकारा मिलने से खुश हैं। उनका कहना है कि पहले दिनभर मैसेजेस से परेशान हो जाते थे लेकिन चलो अब कुछ तो राहत मिलेगी.