31 जनवरी को चोपन रेलवे लाइन पर अंतिम क्रासिंग का काम हुआ खत्म

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PRAYAGRAJ: मानवरहित रेलवे क्रासिंगों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने देश से सभी मानवरहित रेलवे क्रासिंग खत्म करने का जो वादा किया था, वो पूरा हुआ। भारतीय रेलवे के इलाहाबाद मंडल में चुनार-चोपन रेलवे लाइन के अंतिम मानव रहित रेलवे फाटक को 31 जनवरी को खत्म किया गया। शनिवार को सूबेदारगंज स्टेशन पर आयोजित समारोह में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने ये घोषणा की।

कुशीनगर में 13 बच्चे मरे थे

26 अप्रैल को कुशीनगर के विशुनपुरा थाने के दुदही मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर स्कूली वैन की पैसेंजर ट्रेन से हुई टक्कर में 13 बच्चों की मौत हो गई थी। इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। इसके बाद सभी मानव रहित रेलवे क्रासिंगों को खत्म करने का निर्णय लिया गया था जो 2019 के पहले महीने में ही पूरा कर लिया गया। इलाहाबाद मंडल के चुनार-चोपन रेलखंड के मानव रहित रेलखंड सं। 28-सी को बंद किया गया। चुनार-चोपन रेल खंड का मानव रहित रेलवे क्रासिंग भारतीय रेल के ब्रॉड गेज तंत्र के उन 4605 रेल फाटकों में अंतिम था, जिन्हें भारतीय रेलवे ने पिछले 15 महीनों में हटाने का दावा किया है।

मानवरहित क्रासिंग पर हुए हादसे

2014-2015 में मानवरहित फाटकों पर विभिन्न घटनाओं में 130 लोगों की जान चली गई थी।

015-16 में ऐसे फाटकों पर 58 लोगों और 2016-17 में 40 लोगों की मौत हुई।

2017-2018 में 26 लोग ऐसे फाटकों पर अपनी जान गंवा बैठे

01 अप्रैल, 2018 से 15 दिसंबर, 2018 तक 16 लोग मारे गए थे। जिनमें कुशीनगर हादसे में शिकार हुए 13 बच्चे भी शामिल थे।