पत्नी ने गाजीपुर में दर्ज कराई थी एफआईआर, दो आरोपी अरेस्ट

lucknow@inext.co.in

LUCKNOW : उन्नाव कांड के आरोपी भाजपा विधायक की पत्नी से मामला मैनेज करने के लिए 1 करोड़ रुपये की मांग करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गुरुवार को अरेस्ट कर लिया। एक आरोपी ने खुद को बीजेपी का नेता तो दूसरे ने फोन पर सीबीआई का अफसर बताया था। वह उन्नाव केस में सीबीआई से सेटिंग के नाम पर एक करोड़ की मांग कर रहे थे। जालसाजों ने चार दिन में करीब 10 बार मोबाइल पर बात की। मामले में विधायक की पत्नी और उन्नाव जिला पंचायत अध्यक्ष संगीता सिंह ने गाजीपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

5 मई को पहली कॉल, फोन पर खुद को बताते थे सीबीआई अफसर

एसपी टीजी हरेन्द्र कुमार ने बताया कि गाजीपुर सेक्टर-सी इंदिरानगर में उन्नाव सदर से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष संगीता सिंह के पास बीती 5 मई को फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को भाजपा का बड़ा नेता बताया और शाम को संगीता सिंह को दूसरे नंबर से कॉल करने के लिए कहा। संगीता ने जब शाम को फोन किया तो कॉल नहीं उठी। रात करीब 8 बजे फोन उठा तो कहा गया कि बाहर हूं, कुछ देर बाद बात करना।

एमएलए कुलदीप सेंगर की पत्नी से मांगे एक करोड़ रुपये

संगीता ने जब 25 मिनट के बाद फोन किया तो फोन उठाने वाले ने कहा कि कुलदीप सिंह को विरोधी पार्टियों ने फंसाया है। सीबीआई ने कुलदीप खिलाफ  सुबूत जुटा लिये हैं। उसकी सीबीआई अधिकारियों से बात हो गई। एक करोड़ रुपये में मामला मैनेज हो जाएगा। इस संगीता ने इतनी रकम नहीं होने की बात कही।

50 लाख में तय की डील, विधायक भाई शैलू से बात करने को कहा

विधायक कुलदीप सिंह की पत्नी ने जब एक करोड़ रुपये न होने की बात कही तो फोन करने वाले ने पार्टी और विधायक से अपने संबंधों का हवाला देते हुए उनसे 50 लाख रुपये का इंतजाम करने को कहा और बाकी 50 लाख रुपये अपनी तरफ  से देने की बात की। फोन करने वाले से संगीता ने अपने विधायक भाई शैलू से बात करने के लिए कहा। इस पर उसने कहा कि किसी को कुछ न बताना। अगर बात लीक हो गई तो और बदनामी हो जाएगी।

दिया तीन दिन का समय, रुपये सहारा स्टेट भेजने को कहा

जालसाज ने संगीता से कहा कि वह 50 लाख का इंतजाम तीन दिन में कर ले। जिसके बाद वह दिल्ली में सीबीआई अफसरों से मिलने जायेगा। संगीता ने जब उससे नाम पूछा तो उसने फोन काट दिया, लेकिन उसी रात संगीता ने फिर से फोन किया और नाम पूछा, तो उसने बात टालते हुए रुपये सहारा स्टेट भेजने के लिए कहा। इस पर संगीता सिंह ने बताया कि वह किसी न किसी के साथ आएगी। इस पर उनसे उनके घर का पता पूछा गया और कहा गया कि आदमी भेजकर घर से पैसा ले लिया जाएगा। संगीता से कहा गया कि रुपये की व्यवस्था कर 6 मई को फोन कर बता दें। साथ ही फिर से मामला लीक न होने की हिदायत दी।  

अगले दिन आया मैसेज, मिस्ड काॅल पर नहीं दिया रिप्लाई

विधायक की पत्नी का कहना है कि अगले दिन उसी व्यक्ति ने पहले तो उनको मैसेज कर जरूरी बात करने को कहा। इस पर उन्होंने फोन नहीं किया। इसके बाद उसने संगीता को मिस्ड कॉल की। पर उन्होंने कोई रिप्लाई नहीं किया।

मिलने के लिए बुलाया, खुद को बताया सीबीआई अधिकारी

उसी रात संगीता के पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को सीबीआई का अधिकारी राजीव मिश्र बता मिलने की बात की। इस पर संगीता ने फोन अपने भांजे प्रखर को दे दिया। प्रखर ने जब बात की तो कथित सीबीआई अधिकारी ने 7 मई की सुबह 9 बजे सीबीआई दफ्तर मिलने को बुलाया। इस पर प्रखर ने उससे सीबीआई दफ्तर का पता पूछा तो उसने फोन काट दिया। बस इसके बाद ही परिवार के लोग समझ गये कि उन लोगों से वसूली का खेल खेला जा रहा है। इस संबंध में संगीता सिंह ने गाजीपुर थाने में बुधवार को वसूली मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई।

दो युवकों को पुलिस ने पकड़ा, खंगाली आरोपियों की नंबर डिटेल

केस दर्ज करने के बाद गाजीपुर पुलिस ने आरोपियों के नंबर की डिटेल खंगाली। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने चिनहट के देवरिया खुर्द निवासी विजय रावत और सूर्यमऊ गोसाईगंज निवासी आलोक द्विवेदी को पॉलीटेक्निक चौराहे के पास से गिरफ्तार किया है। उनके पास से विधायक की पत्नी को कॉल करने वाले नंबर का सिमकार्ड भी बरामद हो गया। विजय एक ठेकेदार के साथ काम करता है, जबकि आलोक बीएससी का छात्र है, उसके पिता भी पुलिस विभाग में हैं।

उन्नाव कांड: सीबीआई की शिथिल कार्रवाई पर हाईकोर्ट नाराज

उन्नाव-कठुआ केस में दुनिया भर के 600 से अधिक शिक्षाविदों ने PM मोदी को लिखा खुला खत, पूछा आखिर क्यों हैं चुप

National News inextlive from India News Desk