RANCHI जगह-बहूबाजार

समय-क्0 बजकर फ्भ् मिनट

कॉलेज के पास हमारी गाड़ी धीरे हो जाती है। स्ट्रीट लाइट यहां नदारद है। सब्जी बाजार जहां लगता है वहां बिल्कुल अंधेरा छाया हुआ है। रोड पर एक-दो लोगों के अलावा कुत्ते नजर आ रहे है। मैं यहां कॉलेज गेट से चौक की ओर चलना शुरू करती हूं। चलते हुए दो कार मेरे पास से होकर गुजरती हैं। मेरे पास आते ही उनकी स्पीड धीमी हो जाती है फिर अचानक से तेज हो जाती है। इतने में ही दो लोग शराब के नशे में पैदल चलते नजर आते हैं। लड़खड़ाते हुए ये लोग बीच रोड में शोर करते हुए बेखौफ वहां से गुजरते हैं। हमारी टीम मेरे पास होती है जिसका अंदाजा उन्हें नही लगता। नशे में चूर ये दो लोग रुककर मुझे देखते हैं। फिर आगे बढ़ते हैं फिर रुकते हैं। डिवाइडर पर बैठ जाते हैं। इतने में हम भी वहां से निकल जाते हैं।

जगह-सिरमटोली से स्टेशन रोड

समय-रात क्क् बजे

सीन-अब हमारी टीम सीरम टोली पहुंचती है। यहां अंधेरे में गाड़ी खड़ी करते हुए हमारी टीम यही रुक जाती हैं और मैं अकेले आगे बढ़ती हूं। स्टेशन से आने-जाने वाली कुछ प्राइवेट गाडि़यां यहां से होकर गुजरती हैं। अचानक स्टेशन से आते हुए ऑटो वालों की कतार नजर आती है। यहां मुझे अकेला देखकर ऑटो वाले गाड़ी धीरे करते हैं, मुझे देखते हैं और फिर आगे बढ़ जाते हैं। यहां मिले ऑटो में गाने भी तेज आवाज में बज रहे होते हैं।

कहां है हमारी सुरक्षा

- स्टिंग के दौरान कई चौक-चौराहों पर लड़कों के ग्रुप दिखे जो देर रात जगह-जगह पर खड़े होकर नशा करते हैं।

- कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट नदारद

- एक बार भी नजर नही आई पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी

- परेशान करता देख मदद के लिए सामने नहीं आए लोग

- रात होते ही नशे में चूर होकर बीच रोड में बेखौफ घूमते हैं लोग

- तेज रफ्तार में बाइक उड़ाते लोगों को कोई नही है रोकने-टोकने वाला